Amit Shah’s Visit to Bhopal : अमित शाह की अचानक बैठक से MP में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी!
Bhopal : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अचानक भोपाल दौरे ने राजनीतिक सरगर्मियां को चरम तक पहुंचा दिया। कहा जा रहा है कि वे मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की रणनीति का निर्धारण करने भोपाल आ रहे हैं। उनका यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि दो दिन पहले ही मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। इस बैठक में दोनों प्रभारी भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहेंगे।
अमित शाह की इस बैठक को लेकर सरगर्मी इसलिए बढ़ी कि ये दौरा अचानक तय हुआ और आनन-फानन में सबकुछ तय किया गया। बैठक में भाग लेने के लिए नरेंद्र तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी भोपाल पहुंच गए। इस बैठक को कई मामलों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसे लेकर राजनीति के मैदान में कई तरह की खबरें आने लगी। उनमें से एक है नरेंद्र तोमर को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना और सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाए जैसी बातें भी हवा में है।
राजनीतिक जानकार का मानना है कि सिंधिया को लेकर चल रही चर्चा में तो गंभीरता कम लग रही, पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर को प्रदेश में जिम्मेदारी दिए जाने को लेकर चल रही चर्चा में दम दिखाई दे रहा है। इसका कारण है कि 2008 और 2013 में जब नरेंद्र तोमर मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष थे, तब दोनों बार पार्टी का चुनावी प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा था। 2018 में वे अध्यक्ष नहीं थे, तो पार्टी को बहुमत का भी संकट पड़ गया था। इसलिए माना जा रहा है कि पार्टी इस बारे में कोई फैसला ले सकती है। इसके साथ ही कैलाश विजयवर्गीय को भी कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं।
यह भी चर्चा है कि इस बैठक के बाद कुछ नेताओं को चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी सौंपी जा सकती है। कोई 4 घंटे की बैठक में काफी कुछ होगा, जिसे मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की दृष्टि से बीजेपी का रोड मैप माना जा रहा है। यही कारण है कि कई नेताओं को नई जिम्मेदारी मिलने और कुछ की बदलने को लेकर चर्चा गरम है। 5 घंटे के दौरे में अमित शाह चार घंटे बैठक लेंगे। इस बैठक में चुनाव के लिए रणनीति बनेगी। लेकिन, बैठक में कोर कमेटी के सभी सदस्यों को न बुलाकर चुनिंदा नेताओं को ही बुलाया गया है।
अमित शाह प्रदेश भाजपा मुख्यालय में कोर कमेटी की बैठक लेंगे। इसमें भाजपा के नए प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव और सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव के अलावा शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीरेंद्र खटीक, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ही मौजूद रहेंगे। बताया गया कि केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष की फीडबैक रिपोर्ट के आधार पर रणनीति बनाई जाएगी।
चुनावी संदर्भ में अमित शाह का ये दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि, इसी महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मध्य प्रदेश के दौरे पर आ चुके हैं। माना जा रहा है कि अमित शाह पार्टी नेताओं को कोई अहम ज़िम्मेदारी सौंपने या कोई बड़ा संदेश देने आ रहे हैं। वे दिल्ली से आकर स्टेट हैंगर से सीधे पार्टी मुख्यालय पहुंचेंगे और साढ़े 7 बजे 11 बजे तक लगातार बैठक लेंगे। डिनर के बाद रात 11.50 बजे वे दिल्ली लौट जाएंगे।
अभी अभी खबर आ रही है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यपाल से मिलने राजभवन पंहुचें .