Protest Against Patwari Exam Result : पटवारी परीक्षा नतीजे के खिलाफ छात्रों ने कलेक्ट्रेट घेरा!
Indore : शहर के करीब दस कोचिंग इंस्टिट्यूट के 5 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने आज कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव करके अपना विरोध दर्ज किया। बिना सूचना के अचानक पहुंची इतनी भीड़ देखकर अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। एडीएम राजेश राठौर ने बाहर आकर छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन उग्र रवैये को देखते हुए उन्हें छात्रों के प्रतिनिधियों को अंदर बुलाकर चर्चा करना पड़ी।
मध्यप्रदेश की पटवारी परीक्षा ग्रुप-2 और ग्रुप-4 के नतीजों में हुए घोटाले को लेकर छात्रों ने अधिकारियों की भी नहीं सुनी। अब तक के इतिहास में बिना किसी बड़ी पार्टी के समर्थन के कलेक्ट्रेट कार्यालय में इतनी संख्या में छात्र इकट्ठा हुए हैं। पहली बार प्रदर्शन में पहुंचे छात्र दुस्साहसी होते नजर आए। आने-जाने वाली सिटी बस की छत पर भी छात्र चढ़ गए और जमकर हंगामा किया।
विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय तक खबर पहुंचाई गई। वहां से मिले आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। बिना किसी भी घोषणा के हुए इस आंदोलन को पुलिस भी काबू में नहीं कर पाई। आंदोलनकारी छात्र इतने उग्र थे कि उन्होंने महिला इलेक्ट्रानिक मडियाकर्मी से भी भिड़ंत की। छात्रों ने बताया कि एक ही परीक्षा केन्द्र में इतने टॉपर का आना घोटाला होने का संकेत है।
संयुक्त परीक्षा केन्द्र के इतने कठिन पेपर में भी जहां अन्य परीक्षा केन्द्र के अभ्यर्थी 140 नंबर तक नहीं ला पाए, वहां एनआरआई कॉलेज ग्वालियर के केंद्र के 9 हजार छात्रों का चयन अन्य छात्रों के साथ अन्याय है। इसमें साफ़-साफ़ घोटाले की बू आ रही है। इसकी उच्चस्तरीय जांच की जाना चाहिए। कलेक्ट्रेट के सामने छात्र 2 घंटे तक प्रदर्शन करते रहे। उन्होंने अधिकारियों की बात भी नहीं मानी।
आंदोलनकारी कलेक्ट्रेट की बाउंड्री वाल पर चढ़ गए और पुलिस प्रशासन द्वारा लगाए गए बेरिकेड्स को भी धक्का देकर आगे बढ़ने की कोशिश करते रहे। पुलिस थाने से पहुंची जीप के लाउड स्पीकर के माध्यम से छात्रों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन हंगामा देर तक चलता रहा। कलेक्ट्रेट परिसर के चारों ओर की सड़कों पर भारी तादाद में जाम की स्थिति बनी रही। कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने स्थित पैदल पुल पर चढ़कर छात्र कार्यालय में घुसने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद एसडीएम, तहसीलदारों ने चारों तरफ से कलेक्ट्रेट कार्यालय के दरवाजे बंद कर दिए।