भोपाल:जनजातीय गौरव दिवस में शामिल होने के लिए आदिवासियों को बस में बैठाने और खाने व नाश्ते के इंतजाम को लेकर उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और नायब तहसीलदार चंद्रशेखर मिश्रा में जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई। हालात यहां तक पहुंच गए कि दोनों ही अफसरों ने एक दूसरे को चोर और अन्य अपशब्दों तक से संबोधित कर दिया। अब इस मामले में कलेक्टर ने नायब तहसीलदार के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
यह मामला शनिवार को सुबह उमरिया जिले के चंदिया का है जहां रविवार को मनाए गए जनजातीय गौरव दिवस के लिए बसों में आदिवासियों को बैठाने और उन्हें खाने, नाश्ते व पानी के पैकेट का वितरण कराने के लिए कलेक्टर ने नायब तहसीलदार चंद्रशेखर मिश्रा की ड्यूटी लगाई थी। चंद्रशेखर मिश्रा तय स्थल पर सुबह नहीं पहुंचे। इस बीच कलेक्टर श्रीवास्तव वहां आ गए और उन्होंने नायब तहसीलदार मिश्रा के बारे में जानकारी ली। वहां पर विधायक, अपर कलेक्टर और अन्य सभी अधिकारी मौजूद थे लेकिन नायब तहसीलदार नहीं थे और न ही किसी का मोबाइल रिसीव कर रहे थे। उनका फोन बंद था। इसके बाद कलेक्टर श्रीवास्तव ने एक वाहन में कर्मचारी को नायब तहसीलदार के निवास पर भेजा जहां से पता चला कि मिश्रा दो दिन से गायब हैं। इसके बाद कलेक्टर ने मौके पर ही मिश्रा का निलंबन कर दिया।
इनका कहना है…
नायब तहसीलदार चंद्रशेखर मिश्रा ड्यूटी पर नहीं थे। सस्पेंड करने के बाद वे मौके पर आए और बदतमीजी की थी। उनके विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। अभी वे सस्पेंड हैं।
-संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर, उमरिया