Family Court: दो मोबाइल,पर्सनल चैट और नाम सेव करने का ढंग सब संदेहास्पद,आलोक के ज्योति पर नए आरोप
एसडीएम ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya) पर पति आलोक मौर्य (Alok Maurya) ने गंभीर आरोप लगाए हैं .ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक के बीच चल रहा विवाद का मामला फिलहाल फैमिली कोर्ट में है. मनीष दुबे की एंट्री के चलते उनके परिवार में बिखराव हुआ है. आलोक मौर्य ने पत्नी ज्योति से विवाद की वजह को सीधे तौर पर मनीष दुबे को ठहराया है. कोर्ट में दोनों के बीच संबंधों को लेकर 18 अगस्त को अगली सुनवाई होनी है. वहीं आलोक मौर्या ने एक और दावा करते हुए कहा है कि उनकी पत्नी के मोबाइल में ज्यादातर नंबर किसी व्यक्ति के नाम से नहीं बल्कि उनके पद नाम से सेव रहते थे.
जिसके चलते उनके कथित अफेयर को पकड़ने में समय लग गया. उनकी पत्नी ने कमांडेंट मनीष दुबे का नंबर भी ACM-2 नाम से सेव किया था.
आलोक मौर्या का कहना है कि जब भी वह अपनी पत्नी का मोबाइल टच करते थे तो दोनों के बीच इस बात पर अक्सर विवाद होता रहता था. वहीं से उनको शक होना शुरू हुआ. फिर आलोक ने पूरी योजना तैयार की. जब भी ज्योति का मोबाइल खाली पाते तो वह उनके वॉट्स एप चैट व कॉल डिटेल को चेक कर उसका स्क्रीनशॉट ले लेते. तब जाकर ज्योति मौर्या के कथित अफेयर के बारे में उन्हें पता चल सका.
दूसरे नंबर से करते थे कॉल
आलोक ने अपने वकील को ज्योति के खिलाफ कई सबूत दिए हैं, उनका कहना है कि वह सभी सबूत उन्होंने खुद ही निकाले हैं. यह सबूत कहीं और से नहीं बल्कि आलोक को ज्योति के मोबाइल से ही मिला है. बताया जा रहा है कि ज्योति के मोबाइल से स्क्रीनशॉट लेकर आलोक उन नंबर्स पर दूसरे नंबर से कॉल करके चेक करते थे. उसी नंबर में से एक नाम निकल कर सामने आया मनीष दुबे का. जिससे ज्यादातर देर तक और दिन में कई बार कॉल पर बातचीत होती थी.
मोबाइल का पासवर्ड करवाया ब्रेक
यह सारे सबूत आलोक मौर्या ने अपने वकील व प्रशासन को उपलब्ध कराए हैं. यहां तक कि ज्योति के मोबाइल से कई गोपनीय फोटो भी निकाले गए हैं. सूत्र बताते हैं कि ज्योति मौर्या के पास दो मोबाइल हुआ करते थे. एक दिन ज्योति मौर्याा का एक मोबाइल उसके घर पर छूट गया. वह अपने ड्यूटी के लिए लखनऊ निकल चुकी थी. आलोक ने यही मौका पाकर ज्योति के मोबाइल को लेकर मोबाइल रिपेयरिंग शॉप जा पहुंचा. वहां सॉफ्टवेयर के जरिए उसका पासवर्ड ब्रेक करवाया. उसके बाद तमाम डिटेल्स व फोटोग्राफ्स उसने निकाले जो ज्योति के खिलाफ थे.
सीओ से भी होती थी दोस्ती
सूत्र यह भी दावा करते हैं कि जिस वक्त एसडीएम ज्योति मौर्या कौशांबी में कार्यरत थी. उस वक्त ज्योति एक सीओ से लगातार बातचीत करती थी. यह बातचीत दोनों के बीच एक दोस्ती और उनके ऑफिशियल वर्क को लेकर होती थी. लेकिन इस बातचीत को लेकर भी आलोक ने कई बार ज्योति से लड़ाई की. 1 दिन नौबत यह आ गई कि आलोक ने ज्योति के मोबाइल से नंबर निकाल कर उसको समझाया कि ज्यादा बातचीत करने की जरूरत नहीं है. इसी पर आलोक व सीओ के बीच हॉट टॉक भी हुई. सूत्र बताते हैं कि वही ज्योति का कहना है कि सीओ सर्कल का इंचार्ज होता है और ऐसे में तमाम ग्रामीण मुद्दे होते हैं. जहां सीओ व एसडीएम की जरुरत होती है. ऐसे में ऑफिशियल बातचीत पर भी आलोक रोक लगाता था.
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