Ujjain Jail Case : जेलर के कारनामों पर DG ने रिपोर्ट सौंपी

साइबर अपराधी से जेल में ऑनलाइन फ्रॉड करवाने का मामला

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Bhopal : उज्जैन के भेरूगढ़ जेल में बंद रहे साइबर अपराधी अमर अनंत अग्रवाल के भोपाल जेल स्थानांतर के बाद खुलासा किया था कि उज्जैन की भैरवगढ़ केंद्रीय जेल के जेलर संतोष कुमार लड़िया उससे सायबर अपराध (Cyber Crime) करवाते थे। इसके बदले उसे जेल में सुविधाएं मिलती थी। इस खुलासे के बाद जेल प्रशासन ने पूरे मामले की जाँच की। DG जेल अरविंद कुमार को 40 पेज की रिपोर्ट सौंपी गई है, जिस पर कार्रवाई होना है।

सेंट्रल जेल भेरूगढ़ में साइबर क्राइम करने वाला अपराधी अमर आनंद अग्रवाल से ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) के मामले में भोपाल जेल मुख्यालय से आए डीआईजी संजय पांडे और उनकी टीम ने डीजी जेल अरविंद कुमार (DG Jail Arvind Kumar) को 40 पेज की जांच रिपोर्ट सौंपी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीजी जेल अरविंद कुमार ने सख्त एक्शन लेते हुए पूर्व जेलर संतोष कुमार लड़िया (Former Jailor Santosh Kumar Ladiya) के खिलाफ विभागीय जांच प्रारंभ करने का निर्देश दिया।

भोपाल जेल में बंद अमर अनंत अग्रवाल ने आरोप लगाया कि उज्जैन जेल के पूर्व अधिकारी उससे ऑनलाइन क्राइम करवाते थे। इस मामले में राज्य साइबर सेल द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ की गई। जेल डीजी अरविंद कुमार द्वारा स्पष्ट करते हुए बताया गया 40 पेज से अधिक की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसके आधार पर ही निलंबन की प्रक्रिया की जाएगी। जेल डीजी अरविंद कुमार द्वारा पूर्व जेलर और अन्य के खिलाफ शोकॉज नोटिस जारी कर दिया है।

राज्य साइबर सेल एडीजी योगेश देशमुख ने स्पष्ट किया कि उज्जैन सेंट्रल जेल में 2 साल बंद रहे साइबर हैकर अमर आनंद अग्रवाल ने भोपाल जेल स्थानांतरण के बाद आरोप लगाया कि उज्जैन सेंट्रल जेल में उसी से पूर्व अधिकारी लोगों के खातों से ठगी करवाते थे। मामले में राज्य साइबर सेल ने प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ कर दी है। भैरवगढ़ सेंट्रल जेल के पूर्व अधिकारी के लैपटॉप से कई ऐप डिलीट कर दिए गए! ये कौनसे ऐप थे, जिनकी जांच की जा रही है। डिलीट करने का कारण क्या था, ऐसे कई बिंदुओं पर भी राज्य साइबर सेल जांच कर रही है। बहुत जल्द राज्य साइबर सेल जांच कर पूरे मामले का खुलासा करेगी।

योगेश देशमुख (ADG राज्य साइबर सेल) के मुताबिक, उज्जैन के बहुचर्चित जेल कांड में मुख्यालय से आए डीआईजी संजय पांडे ने 40 पेज की जांच रिपोर्ट जेल डीजी अरविंद कुमार को सौंपी है। जेल के अंदर लैपटॉप ले जाना ही बड़ी अनियमितता है। बरामद लैपटॉप से SIT को कई एप भी डिलीट मिले। इसकी तकनीकी जांच में समय लगेगा। उज्जैन के केंद्रीय जेल के पूर्व जेलर संतोष कुमार लड़िया के कारनामों के चलते उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरवगढ़ कलंकित हो चुकी है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश का जेल विभाग भी बदनाम हुआ।