सांप ने काटा तो झाड़-फूंक में लगे रहे परिजन, ईलाज में हुई देरी से मौत

खाना बनाने लकड़ी निकालते समय ढेर में छिपे सांप ने काटा

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सांप ने काटा तो झाड़-फूंक में लगे रहे परिजन, ईलाज में हुई देरी से मौत

छतरपुर: जिले के सटई थाना क्षेत्र के ग्राम बहारगंज में तड़के सुबह खाना बनाने के लिये चूल्हा जलाने के उद्देश्य से ढेर में से लकडिय़ां निकाल रहे युवक को ढेर में छिपे एक खतरनाक जहरीले सांप ने काट लिया। घटना के बाद परिजन युवक को अस्पताल/डॉक्टर के पास न ले जाकर झाड़-फूंक के लिए अन्यत्र लेकर गये। जहां घंटों झाड़-फूंक में समय बर्बाद करने के बाबजूद उसे आराम नहीं मिला तो जिला अस्पताल लेकर आये लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। हालांकि अब जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक परिजन खद्दू पाल ने बताया कि बहारगंज निवासी खद्दू पाल ने बताया कि रिश्ते में उसका चाचा लगने वाला 27 वर्षीय बंदी पुत्र स्व. हीरा पाल घर के पास रखे लकड़ी के ढेर में से खाना बनाने के लिए लकडिय़ां निकाल रहा था। इसी दौरान लकडिय़ों के नीचे बैठे जहरीले सांप ने उसे काट लिया। घटना के बाद परिजन उसे पहले झाड़फूंक कराने ले गये जिससे वहां आराम नहीं मिला तो वे उसे जिला अस्पताल लेकर आये लेकिन तब तक कई घंटे बीत चुके थे और जहर पूरे शरीर में फैल गया और उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। यहां जिला अस्पताल लाने पर डॉक्टरों ने चेकअप के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।

●डॉक्टर बोले झाड़-फूंक में लगे रहे परिजन, समय पर लाते तो बच सकती थी जान..

मामले में जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर जयदीप रैकवार का कहना है कि सांप के काटने के बाद परिजन उसे झाड़-फूंक के लिए अन्यत्र कहीं ले गए थे। वहां उन्होंने समय काफी बर्बाद कर दिया जब हालत ज्यादा बढ़ने लगी तब वह लेकर जिला अस्पताल लेकर आए, इस बीच चार-पांच घंटे गुजर चुके थे और सांप का जहर पूरे शरीर में फैल चुका था। जिससे उसकी अस्पताल लाने के पहले ही मौत हो चुकी थी।
डॉक्टर की मानें तो अगर समय रहते परिजन घायल को जिला अस्पताल लाए होते तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी।
डॉक्टर ने लोगों से अपील की है कि ऐसी स्थिति में झाड़-फूंक जादू-टोने के चक्कर में ना पड़ें तुरंत डॉक्टरी सलाह लें और अस्पताल लेकर आएं। बीमारी और घायल अवस्था में ईलाज से ही सेहत संभव है।