Eye Donation : मरने के बाद भी श्रीमती रांका की आंखें देखती रहेंगी दुनिया,परिजनों ने लिया बड़ा फैसला
Jaora : जिस जीव आत्मा का इस पावन धरा पर अवतरण हुआ हैं,उसका जाना भी सुनिश्चित हैं।कुछ विलक्षण आत्मा अपने पुण्य तथा सदकर्मो से जीवन पर्यंत लोगों के बीच चिरस्मृति के रुप में जीवित रहते हैं।ऐसे सदकर्मो से ओतप्रोत पुज्य गुरुदेव जैन दिवाकर श्री चौथमल जी मसा के प्रति अगाध श्रद्धा रखने वाली स्व.श्रीमती शशिबाला रांका के आकस्मिक मृत्यु होने पर सुपुत्र राहुल रांका,आशीष रांका,भतीजे संदीप रांका,सारंग रांका,पौत्र हार्दिक, वंदन,गौतम रांका ने मुखाग्नि देकर पंचतत्व में विलीन किया।इसके पुर्व परिवार के वरिष्ठ तथा अजीत कुमार रांका द्वारा अपनी धर्मपत्नी के नेत्रदान समाज के अनिल धारीवाल एवं सुभाष टुकड़िया के निवेदन पर भारत विकास परिषद के माध्यम से करने की स्वीकृति दी।बता दें कि श्रीमती रांका ने अपने जीवनकाल में ग्यारह उपवास,सोलह उपवास तेले,बेले तप की दीर्घ तपस्या के साथ उपवास आयंबिल एकासना सहित कई तपस्याओ के साथ प्रतिदिन सामायिक प्रतिक्रमण कर अपने अंतिम समय तक धर्म एवं त्यागमय जीवन में संलग्न रहें।आप जैन सोश्यल ग्रुप इन्टरनेशनल फेडरेशन मप्र रीजन के उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नईदिल्ली के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी,जैन कांफ्रेंस वैयावच्चय मंत्री, अखिल भारतीय जैन दिवाकर संगठन समिति के राष्ट्रीय मंत्री संदीप रांका के काकी थे।
श्रीमती रांका की अंतिमयात्रा के पूर्व परिजनों एवं श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ जावरा द्वारा समाज की और से शाल ओढ़ाई गयी।अंतिमयात्रा में नगर के गणमान्य नागरिक भाजपा नेता चंद्रप्रकाश ओस्तवाल,अखिल भारतीय जैन दिवाकर संगठन समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सुजानमल कोचट्टा,प्रकाश चौधरी भवानीमंडी,श्री संघ उपाध्यक्ष कनकमल चोरड़िया,दिगंबर समाज वरिष्ठ पुखराज सेठी,डॉ पंकज जैन आदि ने श्रद्धांजली दी।इस दौरान श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष ओमप्रकाश श्रीमाल, कमल नाहटा,आजाद सिंह लढ्ढा,राकेश मेहता,पवन पाटनी,शांतिलाल दुग्गड, सुजानमल ओरा,सुरेन्द्र मेहता,सुशील चपडोद, मोहनलाल पोखरना,संजय सुराणा,संजीव,सुधीर जैन, पंकज चारोड़ीया,पार्षद अनिल मोदी,अनीष कल्याणे,पंकज कांठेड सहित रिश्तेदार व नागरिक गण सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।शोक सभा का संचालन श्रीसंघ के महामंत्री महावीर छाजेड़ ने किया।