अब राशन लेने सुदूर गांव नहीं जायेंगे गरीब परिवार, घंटों भटकने से ग्रामीणों को मिला छुटकारा
कटनी। जिले के प्रत्येक गरीब परिवारों को शासन द्वारा प्रदत्त खाद्यान्न समय पर और बिना किसी असुविधा के मिल सके, इसको लेकर कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे परिवारों की सुविधा को देखते हुए कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा कार्यभार संभालने के बाद से ही न सिर्फ राशन दुकानों का सघन निरीक्षण किया गया बल्कि उनमें सुधार लाने के लिए लगातार आवश्यक कार्यवाहियां भी की गई। इसके साथ ही साथ हितग्राहियों को खाद्यान्न लेने के लिए गांव से दूर न जाना पड़े इसके लिए जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय उचित मूल्य की नवीन दुकानें स्थापित कराई गई। जिसका सीधा लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है। जिला प्रशासन की इस सार्थक पहल से ग्रामीणों में जहां संतोष और प्रसन्नता के भाव स्पष्ट दिख रहे हैं।
महिला समूहों के हाथ हुए मजबूत
कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जिले में करीब दो दर्जन से अधिक शासकीय उचित मूल्य दुकानों के संचालन का जिम्मा महिला स्व सहायता समूहों को सौंपा गया है। वर्तमान में जिले में 29 शासकीय उचित मूल्य की दुकान का संचालन महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से किया जा रहा है। जिनमें से 24 दुकानें कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा नवीन स्थल पर आबंटित कराकर संचालित कराई जा रही है।
इन गांवों में स्थापित हुई नई दुकानें
गरीब परिवारों को शासन द्वारा प्रदत्त खाद्यान्न पाने के लिए आसपास के गांव न भटकना पड़े और आसानी से उन्हें समय पर राशन उपलब्ध हो जाए इसके मद्देनजर 24 नई शासकीय उचित मूल्य की दुकानें शासन स्तर पर कार्यवाही कराकर प्रारंभ कराई गई हैं। जिनमें बड़वारा विकासखंड के ग्राम गुडाकला, बरही विकासखंड के ग्राम बिचपुरा, कुआं, करेला, जगुआ, बगदरा, सिरोंजा गडरिया, लुरमी, रीठी विकासखंड के ग्राम नयाखेड़ा, कैना, बरयारपुर, बांधा, घिनौंची, सिमरा नंबर 1, बडगांव, सिमझरी, विजयराघवगढ़ के ग्राम चोरी, खिरवा नंबर 2, कटनी ग्रामीण के मतवार पड़रिया, सरस्वाही, पटवारा, कूड़ो, टेढ़ी, गैतरा और जुहली के नवीन दुकानें स्थापित कराई गई हैं। जिनमें से सभी का संचालन महिला स्व सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है।
हितग्राहियों को मिला असुविधा से छुटकारा
उल्लेखनीय है कि कटनी जिले में 477 शासकीय उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से गरीब परिवारों को राशन का वितरण किया जा रहा है। जिनमें 226030 परिवारों के 896879 सदस्यों को गेंहू, चावल, नमक और शक्कर प्रदत्त की जाती है। प्रति माह 1623 मैट्रिक टन गेंहू, 2479 मैट्रिक टन चावल, 184 मैट्रिक टन नमक और 8 मैट्रिक टन शक्कर का वितरण इन दुकानों के माध्यम से किया जाता है। सुदूर ग्रामों में नवीन दुकानों की स्थापना से ग्रामीणों को अब दूर गांव राशन लेने जाने और घंटों लाइन लगाने की असुविधा से छुटकारा मिला है। सरस्वाही के राजेश चौधरी, दीपक और जनक दुलारी यादव ने बताया कि कलेक्टर श्री प्रसाद के प्रयास से उन्हें इस तकलीफ से छुटकारा मिला है तो वहीं ग्राम जुहला की कीर्ति, घिनौची के दुलारे आदि ने भी कलेक्टर श्री प्रसाद और जिला प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया है।
स्वयं कर रहे मॉनिटरिंग
शासन द्वारा गरीब परिवारों को प्रदान किए जाने वाले राशन के वितरण में किसी भी प्रकार की कोताही और अनियमितता न हो, इसको लेकर कलेक्टर श्री प्रसाद सजगता से स्वयं इसकी समय समय पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं, साथ ही अनियमितता बरतने वाले राशन दुकान संचालकों, सेल्समैन से लेकर संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों पर निरंतर कड़ी कार्यवाही भी की जा रही है। पिछले दिनों भ्रमण कार्यक्रम दौरान कलेक्टर श्री प्रसाद ग्राम सरस्वाही पहुंचे, जहां उन्होंने न सिर्फ राशन दुकान का मुआयना किया बल्कि स्वयं हितग्राहियों से मिलकर खाद्यान्न वितरण के संबंध में उनसे जानकारी भी ली।