Caught in Cyber Crime : विदेशी बैंक खातों से पैसे ट्रांसफर करने की कोशिश में 5 पकड़ाए!
जानिए, क्या वारदात करने वाले थे ये जालसाज!
Indore : विदेशी बैंकों और अन्य खातों को हैक करके उनमें से पैसे निकालकर अन्य खातों में ट्रांसफर करने की फ़िराक में पुलिस ने 5 बदमाश लड़कों को गिरफ्तार किया है। ये लड़के होटल में बिना आईडी के रूम लेने की कोशिश कर रहे थे। पकड़े गए आरोपियों के पास से लैपटॉप और 5-6 मोबाइल जब्त हुए। इन लैपटॉप में कई ऐसी जानकारियां मिली जिनसे पुलिस को पता चला कि इन्हें कई ऐसे खातों की जानकारी थी, जो डॉर्मेंट है और जिनमें करोड़ों रूपए पड़े हैं। पुलिस इन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। इनसे पूछताछ में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
इनके बारे में जानकारी देते हुए एडिशनल डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने बताया कि पुलिस को इनके बारे में पहले से जानकारी थी कि कुछ लोग हैकर के जरिए डॉर्मेंट बैंक खातों से पैसा निकालकर दूसरे खातों में ट्रांसफर करने की योजना बना रहे हैं। यह भी पता चला कि एक खाते में 42 करोड़ और दूसरे खाते में 2.8 करोड़ रूपए पड़े थे। इस घटना का कोई शिकायतकर्ता नहीं है। पकड़े गए बदमाशों के नाम हर्ष पिता मनोज शर्मा, आशुष पिता ओमनीष मलंग, रवि पिता दिलीप जायसवाल, चंदन उर्फ़ रौनक वास्केल और त्रिलोक पिता द्वारका प्रसाद। ये सभी इंदौर के रहने वाले हैं।
एडिशनल डीसीपी ने जानकारी दी कि इन लोगों ने हाईस्पीड इंटरनेट और एक कम्प्यूटर की जरुरत थी। इसके लिए इन्होने प्रोफेशनल हैकर से भी बातचीत की थी। होटल का कमरा लेकर ये यही वारदात करने वाले थे। लेकिन, भंवरकुंआ पुलिस ने घेराबंदी करके इन्हें पकड़ लिया। इनके पास कुछ ऐसे व्हाट्सएप ग्रुप भी मिले, जिनमें ऐसे बैंक खातों की जानकारी थी। इसके अलावा ये इंटरनेशनल मनी ट्रांसफर के गेट-वे भी इनके पास एक्सिस पाए गए।
पुलिस ने जिन पांच को पकड़ा है उनमें एक आईटी इंजीनियर है, दो प्रॉपर्टी ब्रोकर हैं, एक इवेंट मैनेजमेंट में काम करता और एक आरोपी पंडित है। इस तरह के अलग-अलग काम करने वाले पांचों आरोपी एक गिरोह बनाकर एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर पूछताछ की, तो खुलासा हुआ कि ये हैकर की मदद से बैंक खातों में जमा करोड़ो रूपए को उड़ाने की फिराक में थे। लेकिन, अपने मंसूबो में कामयाब नही हो पाए और उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस अब कोर्ट से इनका रिमांड लेकर पूछताछ करेगी कि उनके निशाने पर कौनसे बैंक खाते थे।