Today’s Thought: कष्ट मिलने पर कभी भी धैर्य नहीं खोना चाहिए.
श्रीमद्भागवत गीता में भगवान कृष्ण के उपदेशों का वर्णन है जो उन्होंने महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को दिए थे. गीता की बातों को जीवन में अपनाने से मनुष्य को खूब तरक्की मिलती है. गीता में श्रीकृष्ण ने बताया है कि दुनिया में किस तरह के लोग सबसे ज्यादा खुश हैं.
- गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं, दुनिया में सबसे खुश वो लोग हैं जो यह जान चुके हैं कि दुसरों से किसी भी प्रकार की उम्मीद रखना व्यर्थ है. यह उम्मीद ही व्यक्ति के दुखों का कारण है.
- श्रीकृष्ण कहते हैं कि कोई भी व्यक्ति जो चाहे वो बन सकता है अगर वो विश्वास के साथ अपनी इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे. व्यक्ति को स्वयं पर विश्वास होना चाहिए कि उसका प्रयास सही दिशा में है तभी उसे सफलता मिलेगी.
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- श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार जीत के लिए खुद को प्रेरित करना जरूरी है. श्री कृष्ण कहते हैं कि प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत आपके अपने विचार हैं, इसलिए बड़ा सोचें और खुद को जीतने के लिए प्रेरित करें.
- गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं, क्रोध के समय हर व्यक्ति को खुद पर थोड़ा नियंत्रण रखना चाहिए और गलती के समय थोड़ा झुक जाना चाहिए. यह तरीके अपनाने से दुनिया की सारी समस्याएं हल हो जाती है. क्रोध और अंहकार ये दोनों चीजें मनुष्य का विनाश कर देती हैं.
- गीता में कहा गया है कि, जिन्होंने आपको कष्ट दिया है, कष्ट तो उन्हें भी मिलेगा और यदि आप भाग्यशाली रहे तो ईश्वर आपको यह देखने का अवसर भी देगा. इसलिए कष्ट मिलने पर कभी भी धैर्य नहीं खोना चाहिए.
- श्रीकृष्ण कहते हैं कि यदि गलत को गलत कहने की क्षमता नहीं है तो आपकी प्रतिभा व्यर्थ है
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