Negligence of MTH : ‘एमटीएच’ की लापरवाही, बीमार बच्ची को भर्ती नहीं किया गया!
Indore : एमटीएच अस्पताल में बाहर से आई एक मां को अपने बच्ची के इलाज के लिए उसे चार घंटे तक गोद में लेकर गेट के बाहर इंतजार करना पड़ा। हरदा से आए परिजन उसे एमवाय से एमटीएच हॉस्पिटल लाए थे। यहां पर डॉक्टरों ने यह कहकर भर्ती करने से मना कर दिया कि आईसीयू में बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर वाला बेड खाली नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए यदि आयुष्मान कार्ड हो, तो वे बच्ची को लेकर निजी अस्पताल में चले जाएं। लेकिन, आयुष्मान कार्ड नहीं होने और आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण परिजन बच्ची को लेकर यहीं बैठे रहे। बच्ची को सांस लेने में हो रही दिक्कत के चलते अस्पताल प्रबंधक ने छोटा ऑक्सीजन सिलेंडर देकर गेट के बाहर बैठा दिया। इस मामले की जानकारी बड़े अधिकारियों तक पहुंचने के बाद बच्ची को करीब चार घंटे बाद सुबह 4 बजे भर्ती किया गया है। फिलहाल बच्ची का इलाज चल रहा है।
हरदा से आए इलाज करवाने
बच्ची की मां ने बताया कि वे हरदा से 23 दिन की बच्ची का इलाज कराने आए हैं। हमें यहां चार घंटे तक अस्पताल गेट के बाहर बैठकर इंतजार करना पड़ा। आखिर अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद बच्ची को इलाज के लिए अंदर भर्ती किया गया। जानकारी के अनुसार बच्ची की नानी उर्मिला ने बताया कि उनकी बेटी सविता की डिलीवरी 18 जुलाई को हरदा जिला अस्पताल में हुई थी। दो दिन तक बच्ची स्वस्थ थी।
इसके बाद बच्ची को पीलिया हो गया और उसे आईसीयू में रखा गया। वहां उसका उपचार चलता रहा। बच्ची की हालत खराब होने पर वहां से डॉक्टरों ने उसे इंदौर या भोपाल ले जाने की सलाह दी, जिस पर परिवार वाले उसे बुधवार शाम 6 बजे एंबुलेंस 108 से लेकर इंदौर रवाना हो गए। मामले में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बेड खाली नहीं होने के कारण भर्ती नहीं किया।