ग्वालियर के 9 विकास कार्यों पर ड्रोन द्वारा लहराया तिरंगा, ग्वालियर की जनता हुई चकित व गौरवान्वित
Gwalior: आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न का ग्वालियर भी हिस्सा बना। आज, 16 अगस्त को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ड्रोन के माध्यम से ग्वालियर के मुख्य स्थानों में तिरंगा फहराया। शाम 4 बजे से शुरू हुए इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली स्थित नागर विमानन मंत्रालय से वर्चुअल रूप में किया। 400 फ़ीट की ऊँचाई पर ग्वालियर के आसमान पर, ड्रोन के माध्यम से देश का गौरव – तिरंगा, करीब 15 मिनट तक ग्वालियर के विभिन्न स्थलों के ऊपर घूमता रहा। इस ऐतिहासिक दृश्य को देखकर ग्वालियर की जनता भी आश्चर्यचकित रह गयी व देश भक्ति के इस क्षण को सबने साथ मिल कर महसूस किया।
आपको बता दें यह ड्रोन, तिरंगा लेकर पूरे शहर के विभिन्न नए विकास कार्यों के ऊपर से गुजरा और सम्पूर्ण ग्वालियर की बदलती हुई तस्वीर को जन – जन तक पहुँचाया। ‘हर -घर तिरंगा’ मुहिम के अंतर्गत, इस कार्यक्रम का आयोजन नागर विमानन मंत्रालय ने देश के ड्रोन क्षेत्र में काम करने वाली समूह Bharat Drone Association और Garuda Aerospace के सहयोग से किया जा रहा है। अगर ड्रोन की उड़ान का रास्ता देखें तो इसने – सबसे पहले यह शहर में बन रहे 4 नए प्रवेश द्वार के ऊपर से तिरंगा को लेकर गुज़रा, इसके बाद स्वर्णरेखा नदी के ऊपर बन रहे 1300 करोड़ के नए एलिवेटेड रोड के ऊपर से गुज़रा। इसके पश्चात् शहर को साफ़ और सुन्दर बनाने के लिए किये जा रहे रु 300 करोड़ के 3 कार्यों को कवर किया गया – ग्वालियर थीम रोड , मल्टी लेवल पार्किंग से होते हुए जीवाजी चौक गया। ड्रोन तिरंगा को लहराते हुए मुरार नदी के सौंदर्यीकरण में चल रहे कार्य के ऊपर से उड़ा , इसके बाद सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से होते हुए नव संचालित 1000 बेड के अस्पताल के ऊपर से भी गुजरा ।
अपने भाषण के दौरान मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “ग्वालियर शहर ने सदियों से देश के विकास में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया है और आज शहर में हो रहे विकास कार्य डबल इंजन की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते है। कल प्रधानमंत्री जी ने लाल किले से भारत के अमृतकाल की रूपरेखा प्रस्तुत की थी और मुझे विश्वास है की ग्वालियर भी इस प्रगति का एक मुख्य हिस्सा बनेगा।”
बता दे की ग्वालियर के यह सभी विकास कार्य केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नए ग्वालियर के स्वप्न का अंश है । इस स्वप्न को पूरा करने के लिए मंत्री सिंधिया जी स्वयं इनका निरक्षण हर हफ्ते सरकरी अधिकारीयों और जनप्रतिनिधयों के साथ करते है। यह ऐतिहसिक क्षण न सिर्फ हर घर तिरंगा अभियान की पहचान बना बल्कि ग्वालियर शहर में नागर विमानन क्षेत्र के बढ़ते प्रभाव का भी प्रतीक भी है। यह कार्यक्रम – आज़ादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील और भारत के 76 वर्ष पूरे होने और यहां के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास के जश्न का हिस्सा बनेगा ।
मध्यप्रदेश नागरिक उड्डयन क्षेत्र में बना रहा नए कीर्तिमान:
अगर प्रदेश स्तर पर देखे तो 2021 में जहाँ प्रदेश में हर हफ्ते सिर्फ 554 विमानों की आवाजाही होती थी, वहीं आज वर्तमान में 956 विमानों की आवाजाही होती है – यानी करीब 70% की वृद्धि। ग्वालियर को देखे तो यह आकड़ा अब 76 विमानों का है। इसी के साथ साथ मंत्री जी क्षेत्र में रोजगार, उद्यमिता और विकास को एक नयी उड़ान देने के लिए – ग्वालियर में रू 498 की लागत से एक नए टर्मिनल भवन की स्थापना भी करवा रहे है। आपको बता दे की इस भवन का भूमिपूजन गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने किया था और जल्द ही इसको एक साल के रिकॉर्ड टाइम में तैयार हो जाएगा – यानी सितम्बर 2023 में ग्वालियर के पास एक नया और भव्य टर्मिनल भवन होगा।
ड्रोन क्षेत्र में भारत बना आत्मनिर्भर: इसी के साथ मंत्री जी का ख़ास ध्यान – क्षेत्र में नवीनता लाने पर भी रहा है। कार्यभार सँभालने के साथ ही उन्होंने ड्रोन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नीतियों में बदलाव लाये थे – जिस से ज़्यादा से ज़्यादा युवाओं को इस क्षेत्र से जुड़ने का मौका मिले। इसी के बाद केंद्र सरकार ने केंद्र के उत्पादन को बढ़ावा देने और मेक इन इंडिया परियोजना को नयी उचाईयों तक पहुंचाने के लिए रु 120 करोड़ की Production Linked Incentive (PLI) स्कीम की भी शुरुआत की थी.