Solve the problems of Elderly : ‘सीनियर सिटीजन पुलिस पंचायत’ में 6 बुजुर्गों की परेशानियां हल!
किसी को बेटे-बहू से परेशानी तो कोई किरायेदार से त्रस्त!
Indore : सीनियर सिटीजन की समस्याओं के समाधान के लिए पुलिस ने ‘सीनियर सिटीजन पुलिस पंचायत’ का संचालन किया। इसमें पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) जगदीश डावर के निर्देशन में वरिष्ठजनों की प्राप्त होने वाली शिकायतों को प्राथमिकता के साथ निराकरण के लिए प्रत्येक बुधवार को काउंसलिंग कर, बुजुर्गों की समस्याओं के समाधान हेतु हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। इस कड़ी में बुधवार को ‘सीनियर सिटीजन पुलिस पंचायत’ की काउंसलर टीम के डॉ आरडी यादव, पुरुषोत्तम यादव, रमेश शर्मा वीडी कुशगोतिया, सन्नी मोदी की टीम को 7 प्रकरणों में से 6 प्रकरणों के निराकरण में सफलता मिली।
एमआईजी थाने के तहत 63 साल की समाज सेविका वृद्ध महिला के किराएदार द्वारा 2020 से किराया नहीं दिया और मकान पर कब्ज़ा करके बैठा था। वह दादागिरी से बोलता था किराया भी नहीं दूंगा खाली भी नहीं करूंगा। पुलिस के मार्गदर्शन में की कार्रवाई से कब्जा धारक ने 50 हजार की तत्काल देना मंजूर किया और सितंबर-अक्टूबर में 50 -50 हजार की शेष राशि भुगतान करने का भरोसा दिलाया। उसने 15 सितंबर तक मकान खाली करने की भी बात कही।
दूसरे मामले में आजाद नगर क्षेत्र में रहने वाले 70 वर्षीय बुजुर्ग के बेटे ने मकान अपने पास रखा है, वह खाली भी नहीं कर रहा और विवाद करता है। ऐसी शिकायत की गई थी। टीम द्वारा काउंसलिंग करने पर पुत्र ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए 20 अगस्त तक मकान खाली कर देने की सहमति काउंसलिंग के बाद दी। तीसरे प्रकरण में खजराना में रहने वाले बुजुर्ग ने अपनी विवाहित पुत्री को तीसरी मंजिल पर रख रखा है। जिस पर बेटे को आपत्ति है। इस विवाद को भी सुलझाया गया। समझाने के बाद पुत्र ने आगे से विवाद नहीं करने की बात मान ली।
चौथा मामला एक बुजुर्ग महिला का था। 74 साल की विधवा वृद्धा ने शिकायत की थी कि उनके पुत्र और बहू ने मकान पर कब्जा कर लिया है। पुत्र और बहू ने पुलिस पंचायत में कहा कि हमारी सेवा में कोई त्रुटि नहीं होगी। माताजी को ऐसा डर मानसिक रूप से व्याप्त हो गया है कि उनके लॉकर से हम उनके गहने और रकम ले लेंगे। वृद्धा के मानसिक अवसाद के उपचार के लिए भी उनके भाई के लड़के द्वारा किसी चिकित्सक से परामर्श व उपचार कराने के संबंधी आदि बातों का आश्वासन दिया गया।
पांचवे मामले में एक प्राइवेट कंपनी से रिटायर्ड अकाउंटेंट ने अपनी शिकायत में बताया कि मेरी पत्नी के नाम से जो मकान मैंने खरीदा था, वह बैंक से खरीदा था। कर्जदार व्यक्ति की पत्नी 63 वर्षीय वृद्धा ने उसमें गृहभेदन कर कब्जा जमा लिया। पुलिस थाने में एफआईआर रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी उसमें कोई प्रगति नहीं हुई। काउंसलिंग के दौरान बैठे डीसीपी मुख्यालय ने तुरंत संबंधित थाने को प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए। छठा प्रकरण परदेशीपुरा थाना की 63 वर्षीय वृद्धा का था। पांच माह से उसके किराएदार ने किराया नहीं दिया गया एवं शराब पीकर प्रतिदिन विवाद करता है। अकेली वृद्धा का भरण पोषण का खर्चा उसके किराए से ही चलता था। जिस पर तुरंत डीसीपी मुख्यालय के द्वारा थाने पर फोन लगाकर निर्देशित किया गया कि संबंधित व्यक्ति को काउंसलिंग के लिए अगले हफ्ते बुधवार को लाया जाए एवं थाने पर भी काउंसलिंग की जाए और उसे किराए दिलवाने की कोशिश की जाए।