संतुलन और चुनावी समीकरण साधने हो रहा है मंत्रिमंडल विस्तार,3 की जगह 4 MLA भी ले सकते हैं शपथ

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संतुलन और चुनावी समीकरण साधने हो रहा है मंत्रिमंडल विस्तार,3 की जगह 4 MLA भी ले सकते हैं शपथ

भोपाल: विधानसभा चुनाव के लगभग तीन महीने पहले शिवराज सिंह चौहान जातिगत संतुलन और समीकरणों को साधने के लिए मंत्रिमंडल का विस्तार करने जा रहे हैं। मंत्रिमंडल विस्तार की योजना हाल ही में ग्वालियर में आयोजित हुई भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के दौरान बड़े नेताओं के बीच हुई बैठक में बनी थी। इसी बैठक में दो नाम तय हो गए थे, जबकि बाकी के नाम भोपाल में तय हो रह हैं।

इसलिए अभय मिश्रा के कारण राजेंद्र शुक्ल को मौका
राजनीतिक समीकरणों के साथ ही इस विस्तार से भाजपा के नेताओं की नाराजगी भी दूर की जाएगी। दरअसल हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए अभय मिश्रा के आने से रीवा के विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला नाराज बताए जाते हैं। अभय मिश्रा उनके खिलाफ पिछले चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे। इस दौरान दोनों ने एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे। अभय मिश्रा को शामिल करने के बाद राजेंद्र शुक्ल की नाराजगी दूर करना थी। इसके चलते उन्हें मंत्री बनाया जा रहा है। उनके मंत्री बनाए जाने से मंत्रिमंडल में ब्राह्मण नेतृत्व भी मजबूत होगा।

लांजी और बैहर को साधने बिसेन का कदा बढ़ेगा
भाजपा ने हाल ही में बालाघाट जिले की बैहर और लांजी विधानसभा से उम्मीदवारों को ऐलान कर दिया है। इन उम्मीदवारों को गौरीशंकर बिसेन का भी सहयोग मिल सके, इसके लिए उनकी नाराजगी को भी दूर किया जा रहा है। वे मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज चल रहे थे। हालांकि उन्हें पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बना दिया गया था, लेकिन फिर भी वे मंत्री पद चाहते थे। उनके समाज के भी इस जिले में खासे वोट हैं, जिन पर बिसने का खासा प्रभाव है। इसलिए बिसेन को भी मंत्रिमंडल में लिया जा रहा है।
लोधी और यादव को भी मौका
बुंदेलखंड में लोधी वोटर्स को साधने के लिए भाजपा पहली बार ऐसा दाव लगा सकती है। पहली बार के विधायक राहुल लोधी को मंत्री बनाए जाने की अटकलें चल रही है। राहुल लोधी टीकमगढ़ जिले की खरगापुर से विधायक हैं। राहुल लोधी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे भी हैं। उमा भारती को भी साधने के लिए राहुल लोधी को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं भोपाल के गोविंदपुरा सीट से विधायक कृष्णा गौर का नाम भी मंत्री बनाए जाने की दौड़ में शामिल माना जा रहा है। कृष्णा गौर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहु हैं।