New Delhi : टेलीविजन पर तीनों कृषि कानूनों (All Three Agricultural Laws) को वापस लेने की घोषणा के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी औपचारिकता को पूरा करने की तैयारी में जुट गए हैं। वे तीनों कथित विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने (Withdrawal of Agricultural Laws) के अपने वादे को पूरा करना चाहते हैं। मंत्रिमंडल भी इस विधेयक (Bill) को निरस्त करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बुधवार को नई दिल्ली में लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास पर कैबिनेट की बैठक होने वाली है।
जानकारी में बताया गया कि तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए इस बैठक में विधेयक लाया जा सकता है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के साथ परामर्श करने के बाद इस विधेयक को अंतिम रूप दिया है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पहले लोकसभा में कृषि कानूनों को वापस लेने वाले विधेयक को पेश करेंगे।
इस नए विधेयक का मकसद पिछले साल कानून में पारित तीन विधेयकों को वापस लेना है। 19 नवंबर, 2021 को पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए इसकी घोषणा की थी। इसके बाद गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने जमकर जश्न मनाया। राष्ट्र के नाम एक संदेश में प्रधानमंत्री ने तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा करते हुए देश से माफी मांगी थी। तीनों कानूनों के खिलाफ मुख्य रूप से पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसान दिल्ली की सीमाओं पर लम्बे समय से विरोध कर रहे हैं।
राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में नरेंद्र मोदी ने कहा था ‘मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए, सच्चे मन से और पवित्र हृदय से कहना चाहता हूं कि शायद हमारी तपस्या में ही कोई कमी रह गई कि मैं किसान भाइयों को मना नहीं सका। आज गुरु नानक देवजी का पवित्र प्रकाश पर्व है यह समय किसी को भी दोष देने का नहीं है। हमारे प्रयासों में कुछ कमी रही होगी, जिसके कारण हम कुछ किसानों को दीये की रोशनी की तरह सच नहीं समझा सके।