Bhagava Dharm Dhvaja : भगवा धर्म ध्वजा से कोई विरोध नहीं भ्रामक प्रचार से सावधान रहें
Ratlam : जैसा कि सभी को जानकारी है की ग्राम करमदी में 200 वर्ष प्राचीन जैन तीर्थ स्थित हैं। जहां तीर्थ परिसर में दो जैन मंदिर भी स्थित है।जो शहर ही नहीं अपितु पुरे देश के जैन धर्मावलंबियों की आस्था एवं श्रद्धा का केन्द्र है।तीर्थ परिसर में ही श्री खेड़ापति हनुमानजी विराजित है।विगत कुछ दिनों से भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है व दुष्प्रचार किया जा रहा हैं कि जैन तीर्थ व्यवस्थापक कमेटी द्वारा खेड़ापति हनुमानजी के स्थान पर भगवा धर्म ध्वजा लगाने का विरोध किया जा रहा हैं।साथ ही खेड़ापति हनुमान जी के स्थान पर होने वाले कार्यक्रमों को लेकर जैन तीर्थ व्यवस्थापक कमेटी द्वारा आपत्ति ली जा रही है।
यह भ्रामक जानकारी सोश्यल मीडिया व अन्य साधनों द्वारा समाज में फैलाई जा रही है। जबकि वास्तविकता में जैन तीर्थ व्यवस्थापक कमेटी द्वारा कभी भी भगवा धर्मध्वजा खेड़ापति हनुमानजी मंदिर पर लगाने का विरोध नहीं किया न ही किसी कार्यक्रम को लेकर किसी भी प्रकार की कोई आपत्ति ली गई साथ ही दर्शन पूजन के लिए आने वाले दर्शनार्थियों को रोक टोका गया।जबकि बार बार जैन तीर्थ व्यवस्थापक कमेटी द्वारा यह निवेदन और आग्रह किया गया की जहां पर पहले भगवा धर्मध्वजा लगी हुई थी उसी स्थान पर उसे स्थापित किया जाए न कि अन्यत्र स्थान पर धर्म ध्वजा को स्थापित किया जाए।जैन तीर्थ व्यवस्थापक कमेटी सदैव शांती प्रिय समाज की धारणा में विश्वास रखती है,हिन्दुत्व व भगवा ध्वज में आस्था रखती हैं।जो दुष्प्रचार किया जा रहा हैं, उसका सर्वथा खंडन करती है और सभी समाज जनों से अपील करती है कि इस प्रकार की भ्रामक जानकारी एवं दुष्प्रचार से समाज की एकता और अखंडता को प्रभावित नहीं होने दे।