148 Honoring Brahmin Teachers : बालीपुर धाम में चार जिलों के 148 ब्राह्मण शिक्षकों का सम्मान!

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148 Honoring Brahmin Teachers : बालीपुर धाम में चार जिलों के 148 ब्राह्मण शिक्षकों का सम्मान!

मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट

Manawar (Dhar) : शिक्षक दिवस के अवसर पर बालीपुर धाम में धार, झाबुआ, बडवानी तथा खरगोन जिलें के लगभग 148 ब्राह्मण शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रमाणपत्र, केशरिया दुपट्टे, श्रीफल तथा धार्मिक पुस्तकें भेंट कर सम्मानित किया गया। बालीपुर धाम के पंडित बंटी महाराज ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि अनुभव से ही ज्ञान में वृद्धि होती है। ब्राह्मण जन्म से नहीं कर्म से श्रेष्ठ होता है। यदि दिमाग सही रखोगे तो सब काम भी सही होंगे। शिक्षकों का दायित्व है कि वह भटके हुए को मार्ग दिखाए।

बंटी महाराज ने कहा कि एक अंगरेज मैकाले की शिक्षा प्रणाली ने हमारे गुरुकुल की चली आ रही प्राचीन व्यवस्था को सबसे ज्यादा क्षति पहुंचाई है।इसलिए आज की शिक्षा बच्चों को संस्कार हीन बना रही है। मंचासीन अतिथियों में शिक्षा विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी जयंत जोशी धार, प्रबोध मिश्र हितैषी बड़वानी, डॉ वाई के शर्मा धामनोद व शर्मिला रावल धार ने भी संबोधित किया।

प्रारंभ में डाॅ कविता शर्मा ने गुरु वंदना, राजा पाठक ने सरस्वती वंदना और मुकेश मेहता ने शिक्षक वंदना प्रस्तुत की।स्वागत भाषण राम शर्मा परिंदा ने दिया। अन्य संबोधित करने वालों में पंडित रविंद्र शर्मा, हरिशंकर भार्गव, नवीन अत्रे,खरगोन के राकेश शर्मा , खलघाट के विजय शर्मा आदि शामिल थे। इस सम्मान समारोह में खरगोन के रेवाशंकर कानूनगो ने ग्राम नेहरजा में आश्रम के लिए 11 हजार वर्ग फिट भूमि दान करने की घोषणा की। अंतिम सत्र में अतिथियों ने 148 शिक्षकों को सम्मानित किया। संचालन सिंघाना के शिक्षक मुकेश मेहता ने किया।