Second Round of Rain : लगातार हो रही बारिश से इंदौर की सड़कें और चौराहे लबालब!

बारिश के दूसरे दौर में आंकड़ा औसत के करीब पहुंचा, फसलों को नया जीवन!

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Second Round of Rain : लगातार हो रही बारिश से इंदौर की सड़कें और चौराहे लबालब!

Indore : गुरुवार सुबह से शुरू हुई बारिश शुक्रवार को भी जारी रही। देर रात से रुक रुक कर होने वाली बारिश के कारण कई इलाकों और सड़कों पर पानी भर गया। पिछले 24 घंटे में लगभग डेढ़ इंच से ज्यादा पानी गिरा। जबकि, बुधवार को भी आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। शुक्रवार सुबह से लगातार हो रही बारिश 8 बजे बहुत तेज हो गई। अभी तक 32 इंच के करीब बारिश हुई।

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बारिश के इस दूसरे दौर में शहर के पूर्व और पश्चिम क्षेत्र में जलभराव के हालात निर्मित हो गए। इस कारण जीपीओ, भंवरकुआं, नवलखा, देवास नाका, विजय नगर और संजय सेतु सहित कई इलाके जलमग्न हो गए और जाम की स्थिति बन गई। कई घरों और दुकानों में भी पानी घुस गया। बीआरटीएस, खजराना, बंगाली चौराहा और पिपलियाहाना चौराहा समेत कई कॉलोनियों की सड़कें लबालब हैं। बुधवार और गुरुवार को हुई बारिश के बाद शुक्रवार को पूरे शहर में एक जैसी बारिश सुबह 5 बजे से तेज बारिश हो रही है। बुधवार शाम से शुरू हुई बारिश गुरुवार को भी दिनभर हुई।

औसत बारिश के करीब

बारिश के मामले में बीते चार साल शहर पर मेहरबान रहे हैं। 2019, 2020, 2021 और 2022 में औसत से ज्यादा बारिश हुई। जबकि, 2018 में जिले में 28 इंच ही बारिश हुई थी। जबकि, जिले का बारिश का औसत 35 से 37 इंच माना जाता है। इस बार अभी तक 32 इंच के करीब बारिश हुई। अगस्त पूरी तरह सूखा गया और मात्र ढाई इंच बारिश हुई थी।। सितंबर से जो उम्मीद की गई थी, वो पूरी होती दिखाई दे रही है।

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फसलों को नया जीवन मिला

आने वाली गेहूं फसल के लिए जरूर यह बारिश राहत दे सकती है। जिले में लंबे अंतराल के बाद पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश फसलों के लिए अमृत बन गई। इससे फसलों को नया जीवन मिला। किसानों के चेहरों पर खुशियां लौट आई। यह बारिश सोयाबीन की फसलों के लिए पूरी तरह अनुकूल है। फसलों पर इसका अच्छा प्रभाव होगा। फसलों की स्थिति में सुधार होगा। जिन किसानों ने जल्दी पकने वाली सोयाबीन की किस्म लगाई है, उनके खेतों में आंशिक रूप से नुकसान की आशंका है। जिले में इस वर्ष 2 लाख 13 हजार रकबे में सोयाबीन की फसल बोई गई है।