छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: छतरपुर में एक तेंदुए के हमले का मामला सामने आया है जिसमें दो वन अधिकारी घायल हुए हैं जिन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया जहां उनका ईलाज चल रहा है।
●अलर्ट होने के बाबजूद हो गया हमला..
वन्य अधिकारियों की मानें तो उन्हें सूचना मिली थी कि एक खेत में हायना शिकार के उद्देश्य से खेत में घुसा हुआ है जब हम लोग वहां मौके पर गए तो लेपर्ड के पंजों के निशान बने हुए थे जिसे देख हमने सभी को सतर्क कर दिया साथ ही ग्रामीणों से भी निकलने और खेतों में आने-जाने से मना कर दिया है।
इसी बीच हम लोग स्टाफ और रेस्क्यू टीम लेकर वहां पर पहुंचे हम लोग वहां पहुंच भी नहीं पाये और उसने देख लिया और अचानक अटैक कर दिया जिसमें हमारे दो साथी अधिकारी डिप्टी रेंजर राजेन्द्र कुमार सक्सेना (डिप्टी रेंजर नोंगांव बीट) और संतोष कोंदर (डिप्टी रेंजर पहाडग़ांव बीट) घायल हो गये हैं जिन्हें तत्काल जिला अस्पताल लाया गया है जहां उनका OT में ईलाज़ चल रहा है।
●अलर्ट रहने से बड़ा हादसा टला..
मामले में वन्य अधिकारी और छतरपुर रेंज आफिसर VK अवस्थी से बात की तो उन्होंने बताया कि अगर हम लोग रेस्क्यू टीम के साथ अलर्ट न होते तो और भी बड़ी घटना घट जाती और किसी की जान भी जा सकती थी।
●भोजन-पानी की तलाश में आ रहे रहवासीय इलाकों में..
वन्य अधिकारियों की मॉनें तो वन्य और जंगली जीवों का शहर के8 तरफ रुख की वजह भोजन पानी की तलाश है। वैसे तो जंगली जानवर कहीं भी जा सकता है पर यह जांगलों से लगे रहवासीय ईलाकों में आने की मुख्य वजह भोजन-पानी की तलाश ही है।
देखिये वीडियो: क्या कह रहे हैं, VK अवस्थी (रेंजर, छतरपुर)-