Extraordinary story of Farmer : एक किसान का एक बेटा IAS, एक IPS और दो बेटे डॉक्टर!

पिता आज भी गांव में खेती करते, पर चारों बेटों से उनकी पहचान बनी!

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Extraordinary story of Farmer : एक किसान का एक बेटा IAS, एक IPS और दो बेटे डॉक्टर!

Seewan (Bihar) : किसी किसान पिता की इससे बड़ी उपलब्धि और क्या होगी कि उसके चार बेटों में से एक आईएएस, दूसरा आईपीएस और दो बेटे डॉक्टर बन जाएं। उमेश कुमार उर्फ ललितेश्वर राय के बच्चों की सफलता की कहानी उनके पूरे गांव ही नहीं सीवान की पहचान है। ललितेश्वर राय ने खेती-बाड़ी करके न सिर्फ बच्चों की अच्छी परवरिश की, बल्कि चारों बेटों को सफल भी बनाया।

दरअसल, ये साधारण पिता की असाधारण कहानी है। ललितेश्वर कुमार राय सीवान के तितरा गांव के रहने वाले हैं और इनके बेटे हैं। बड़े बेटे डॉ कौशल किशोर राय समाज कल्याण विभाग के निदेशक हैं। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव रहे। वे बिहार के जमुई सहित कई जिलों के कलेक्टर भी रहे हैं। डॉ कौशल किशोर राय को 2010 में यूपीएससी में 49वां स्थान हासिल हुआ था। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा-दीक्षा बनारस के निजी स्कूलों से हुई। 12वीं सीएचएस स्कूल से की। इसके बाद बीएचयू से ग्रेजुएशन किया और अंत मे केजीएमसी लखनऊ से एमडी किया।

उनके दूसरे बेटे डॉ नंदकिशोर राय पटना में डॉक्टर है। वे न्यू लाइफ हॉस्पिटल के डायरेक्टर हैं। इनकी भी शिक्षा-दीक्षा बनारस के निजी स्कूलों से हुई। 12वीं सीएचएस स्कूल से किया, वहीं मोतिलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज से एमएस किया। इनकी पत्नी डॉ मनीषा शर्मा भी डॉक्टर हैं और पटना के पारस हॉस्पिटल में कार्यरत हैं।

बड़े भाई डॉ कौशल किशोर राय 2010 में यूपीएससी क्रैक कर आईएएस अधिकारी बने तो, अगले साल (2013) हरिकिशोर राय ने भी यूपीएससी की परीक्षा क्रैक कर आईपीएस अधिकारी बन गए। फ़िलहाल वे बीएमपी-16 के समादेष्टा हैं। इससे पहले सीतामढ़ी के एसपी थे। इनकी भी शिक्षा-दीक्षा बनारस के निजी स्कूलों से हुई, वहीं आईआईटी कानपुर से बीटेक किया।

ललितेश्वर प्रसाद राय के सबसे छोटे बेटे डॉ बृजकिशोर पेशे से डॉक्टर है और महाराष्ट्र के ठाणे में कार्यरत हैं। इनकी शिक्षा-दीक्षा बनारस के निजी स्कूलों से हुई। दरभंगा मेडीकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर ठाणे चले गए। वे वहीं अपनी प्रैक्टिस करते हैं। किसान ललितेश्वर प्रसाद राय के चारो बेटे शादी-शुदा हैं और अक्सर ग्रामीण कार्यक्रमों शिरकत करने गांव आते हैं। किसान ललितेश्वर प्रसाद राय अपने पैतृक गांव तितरा में हैं रहकर खेती-बाड़ी करते हैं।