मेहगांव में किसपर लगायेगी भाजपा दांव? इनके बीच कशमकश!
भिण्ड से परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट
भिंड: जिले की मेहगांव विधानसभा में कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी की घोषणा कर दी गई है। कांग्रेस द्वारा यहां नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के भांजे राहुल सिंह भदोरिया को प्रत्याशी बनाया गया है, जबकि भाजपा द्वारा अभी तक प्रत्याशियों के लिए कशमकश की स्थिति बनी हुई है। यहां से वर्तमान में सिंधिया समर्थक ओपीएस भदोरिया विधायक हैं और प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री भी हैं। लेकिन कांग्रेस द्वारा सूची जारी कर मेहगांव में प्रत्याशी की घोषणा पहले कर दी गई है।
ऐसे में अब ओपीएस का टिकट कटना हंड्रेड परसेंट तय माना जा रहा है क्योंकि दोनों ही पार्टियों एक ही वर्ग के उम्मीदवारों को आमने-सामने खड़ा कर अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मारने का कार्य नहीं करेंगी।
ऐसे में अब यहां पर ब्राह्मण प्रत्याशियों के बीच कशमकश जारी है। भाजपा प्रत्याशी पद के लिए जो उम्मीदवार मैदान में हैं उनमें पूर्व विधायक मुकेश चौधरी, पूर्व विधायक राकेश शुक्ला एवं समाजसेवी अशोक भारद्वाज के नाम प्रमुख हैं।
सूत्रों की मानें तो राकेश शुक्ला एवं मुकेश चौधरी के बीच टिकट को लेकर कशमकश की स्थिति बनी हुई थी। ऐसे में पार्टी तीसरे विकल्प पर भी विचार कर रही है और दो पूर्व विधायकों की खींचतान के बीच तीसरे व्यक्ति को टिकट दिया जा सकता है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि यहां से समाजसेवी अशोक भारद्वाज को टिकट दिया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार सर्वे में राकेश शुक्ला और मुकेश चौधरी के बीच टक्कर थी। लेकिन जब मुकेश चौधरी चुनाव लड़े उस समय राकेश शुक्ला ने भाजपा से बगावत कर उसको नुकसान पहुंचाने का कार्य किया था। हालांकि राकेश शुक्ला की बगावत के बावजूद मुकेश चौधरी सीट निकालने में कामयाब हो गए और 2018 में उनका टिकिट काटकर राकेश शुक्ला को दिए जाने के बावजूद भी उन्होंने पार्टी से बगावत ना करते हुए उसके लिए कार्य किया। यही उनका सबसे बड़ा प्लस फैक्टर बना हुआ है।
मुकेश चौधरी पिछले 5 वर्षों में क्षेत्र में काफी सक्रियता से घूमे हैं और जनता के दुख दर्द में भी शामिल हुए। वहीं पार्टी पदाधिकारियों के बीच भी उनकी अच्छी पकड़ है। ऐसे में मुकेश चौधरी का पलड़ा भारी है। लेकिन दोनों के बीच नए प्रत्याशी को मौका मिल सकता है जिसमें अशोक भारद्वाज का नाम ही सबसे ऊपर है। वह गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बेहद करीबी हैं।
हाल ही में उन्होंने दंदरौआ धाम में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा भी आयोजित करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यही नहीं राखी बंधवाने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनवाया जिसमें हजारों की संख्या में महिलाएं पहुंची। इसके अलावा भी वह तमाम समाज सेवा के कार्य निरंतर करते रहे हैं और जनता के बीच भी जमकर घूमे हैं। ऐसे में अशोक भारद्वाज पर पार्टी दाव लगा सकती है। सूत्रों की मानें तो आगामी सूची में मुकेश चौधरी एवं अशोक भारद्वाज के नाम में से किसी एक का नाम फाइनल हो सकता है।