अनुकरणीय उदाहरण : अपना घर को दी एम्बुलेंस तो मंदिर निर्माण के लिए 1.11 लाख

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अनुकरणीय उदाहरण : अपना घर को दी एम्बुलेंस तो मंदिर निर्माण के लिए 1.11 लाख

Ratlam : जिले के ग्राम पलसोडा निवासी मोतीलाल नंदाजी का स्वर्गवास हो गया था। जिनकी तेरहवीं के कार्यक्रम में भतीजे समाजसेवी कचरू राठौड़ ने अपना घर आश्रम को 1 एम्बुलेंस दान देने की घोषणा की। इसके साथ ही मोतीलाल राठौड़ के बेटे संजय और बंटी राठौड़ ने भी अपने पिता की स्मृति में पलसौडा स्थित राम मंदिर के निर्माण के लिए 1.11 लाख रुपए दान देने की घोषणा की।

समाजसेवी कचरू राठौड़ ने बताया कि मेरे चाचा मोतीलाल राठौड़ का स्वर्गवास 5 अक्टोबर को हो गया था। उनकी स्मृति में पीड़ितों की सेवा के प्रकल्प को लेकर अपना घर आश्रम को एम्बुलेंस और हमारे गांव में ही स्थित राम मंदिर में 1.11 लाख रुपए समाज अध्यक्ष नानालाल राठौड़, सचिव बंसीलाल राठौड़, गोविन्द राठौड़ तथा लक्ष्मीनारायण राठौड़ को सौंपे।

बता दें कि कचरू राठौड़ ऐसे सख्स हैं जिनके खून ही समाजसेवा और परोपकार की भावना से सराबोर है। इतना ही नहीं हम बात करें ग्राम पलसोड़ा की तो यहां के युवकों ने समाजसेवा करने को लेकर ऐसा दल बना रखा है कि जिले में कहीं भी किसी भी मरीज को खून की आवश्यकता होने पर तत्काल खून की पूर्ति कर देते हैं जो 1 से लेकर 50 यूनिट रक्त भी क्यों न हो।

क्या है अपना घर आश्रम

अपना घर आश्रम द्वारा शहर सहित आसपास के क्षेत्र में सड़कों पर घूमने या रहने वाले निराश्रित लोगों को ले जाकर उनका इलाज और सेवा की जाती है। विक्षिप्त, बुजुर्ग, दिव्यांग सभी प्रकार के पीड़ितों को यहां प्रभुजी के नाम से संबोधित कर उन्हें साफ, सुरक्षित, सेवाभावी लोगों के माध्यम से डाक्टरों से उपचार कराया जाता है। रतलाम में पिछले 3 माह से अपना घर आश्रम संचालित हो रहा है जहां से कुछ प्रभुजी ठीक होकर अपने घर लौटे हैं, जबकि अन्य की सेवा आश्रम पर जारी है।

सर्व सुविधाओं से युक्त है एम्बुलेंस

राठौड़ बताते हैं कि अपना घर से जुड़ने के बाद से उन्हें ईश्वरीय आराधना और सेवा का नया आयाम देखने और सीखने को मिल रहा है। ऐसे में वे चाचा की याद में यहीं के लिए एम्बुलेंस दे रहे हैं जो मरीजों को लाने-ले जाने के लिए सुविधाओं से युक्त होगी। परिवार की इस अनुकरणीय पहल पर सभी समाजजनों एवं ग्रामवासियों ने हर्ष जताते हुए अन्य लोगों को भी इससे प्रेरणा लेने की अपील की।