प्रियंका गाँधी ने पीली लूगड़ी पहन और राम राम सा का उद्बोधन कर राजस्थान की 42 विधानसभा सीटों के वोटरों को साधने का किया प्रयास
गोपेंद्र नाथ भट्ट की रिपोर्ट
जयपुर: कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गाँधी ने राजस्थान में शुक्रवार को दौसा जिले के सिकराय के पास काँदौली गाँव में मीणा समाज की प्रतीक पीली लूगड़ी पहन कर और महती जनसभा में अपने भाषण की शुरुआत में राम राम सा…का उद्बोधन कर तथा ईआरसीपी परिजोयना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की माँग का समर्थन कर पूर्वी राजस्थान के लोगों का दिल जीत लिया।
प्रियंका गाँधी की पीली लूगड़ी पहने फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई । हाथ से बनाई इस लूगड़ी के चारों कोनों पर प्रियंका गाँधी का नाम उकेरा हुआ था और कांग्रेस का चुनाव चिन्ह हाथ के निशान की कारीगरी भी की गई थी। प्रियंका गाँधी इस चूनरी को पहन बहुत खुश हुई तथा भारी तादाद में मौजूद महिलाओं ने भी ज़ोरदार तालियाँ बजा उनका उत्साह बढ़ाया ।
पूर्वी राजस्थान के तेरह जिलों की जीवनदायणी मानी जाने वाली ईआरसीपी की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के प्रति मोदी सरकार की उदासीनता पर केन्द्र सरकार को घेरने के लिए गहलोत सरकार द्वारा शुरू किए गए जन जागरण अभियान के समापन पर पर प्रियंका गाँधी को विशेष रूप से आमन्त्रित कर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पूर्व इस इलाक़े की 42 विधानसभा सीटों को साधने का प्रयास किया। इस अभियान की शुरुआत में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की बड़ी रैली कराई गई थी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रियंका गाँधी के साथ ही नई दिल्ली से हेलिकोप्टर द्वारा काँदौली गाँव पहुँचें जबकि पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट और अन्य नेता पहलें ही सभा स्थल पर मौजूद थे। सचिन पायलट और उनके पिता स्वर्गीय राजेश पायलट दौसा के सांसद रहें है,इसलिए इस इलाक़े को पायलट का गढ़ माना जाता है । राहुल गाँधी ने भारत जोड़ों अभियान के दौरान इसी गाँव में विश्राम किया था। अतः प्रियंका की रैली के इसे चुना गया । इसके पहले प्रियंका गाँधी ने राजस्थान में चुनाव पूर्व अपनी पहली टोंक में की थी जहाँ से वर्तमान में सचिन पायलट विधायक है।कांग्रेस ने एक रणनीति के तहत प्रियंका गाँधी की यें सभाएँ कराई है । पिछलें विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को पूर्वी राजस्थान में ही सबसे अधिक पटकनी देकर सत्ता की राह पकड़ी थी।प्रियंका गाँधी ने सिकराय की सभा से पहलें देश भर के करोड़ों लोगों के श्रद्धा स्थल मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन भी किए।
प्रियंका गाँधी ने सिकराय की सभा में ईआरसीपी और अन्य कई मुद्दों पर मोदी सरकार पर जम कर हमला किया और राजस्थान की जनता से अपील की कि राजस्थान का रिवाज बदल डालो।इस बार दोबारा कांग्रेस को लाओ। आंखें खोलकर वोट दो।आपके लिए हमारी गहलोत सरकार ने कितना काम किया है, कितना संघर्ष किया है, जो दिन रात आपके लिए काम कर रहें है उसे ही वोट दें।हाथ के निशान पर अपनी मुहर लगायें।
देखना है कि कांग्रेस नेताओं के इन तूफ़ानी दौरों तथा ईआरसीपी मुद्दे और गहलोत सरकार की अन्य लोकप्रिय योजनाएँ इस बार विधान सभा चुनाव में देश के सबसे बड़े भूगोल वाले राजस्थान के मतदाताओं के माध्यम से कांग्रेस के पक्ष में वोटों में तब्दील हों पाती है अथवा यह देखना दिलचस्प होगा।इधर प्रदेश की जनता को नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेसी उम्मीदवारों की पहली सूची का इन्तज़ार है । उधर भाजपा अपनी 41 उम्मीदवारों की पहली सूची के बाद पार्टी में मचे हाहाकार के बाद अपनी दूसरी सूची को जारी करने से पहलें कोर समिति की कई दौर की बैठकें कर अपने मौजूदा विधायकों पर भरौसा करने की रणनीति बना रहा है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि भाजपा की दूसरी सूची पहली सूची से भी अधिक चौंकाने वाली हो सकती है।