Old Faces on 3 Seats : इंदौर की 9 में से तीन सीटों पर मुकाबला पुराने चेहरों में, कांग्रेस ने 5 चेहरे बदले
भाजपा ने सिर्फ इंदौर-3 पर गोलू शुक्ला को उतारा, बाकी सब पुराने चेहरे!
Indore : इंदौर जिले की 9 विधानसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर की स्थिति साफ़ हो गई। इन दोनों राजनीतिक पार्टियों के अलावा कोई तीसरी किसी पार्टी का कोई दमदार उम्मीदवार नजर नहीं आ रहा। आम आदमी पार्टी (आप) ने कुछ सीटों पर जरूर उम्मीदवार खड़े किए, पर वे कोई बड़ा असर डालेंगे, ऐसा नहीं लगता।
टिकटों की घोषणा के बाद कुछ सीटों पर जो विरोध दिखाई दिया था, वो भी सब ठंडा पड़ गया। दोनों ही पार्टियों में कुछ जगह उम्मीदवारों का विरोध जरूर हुआ था। इंदौर-4 के कांग्रेस और देपालपुर के भाजपा उम्मीदवार को लेकर तो बात पुतला जलाने तक पहुंची थी।
तीन सीटों पर पुराने जोड़ीदार
तीन विधानसभाओं में तो भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार भी 5 साल पुराने ही हैं। इनमें एक सीट भाजपा और दो कांग्रेस के खाते में गई थीं। राऊ विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस ने जीतू पटवारी को टिकट दिया। उधर. भाजपा ने फिर मधु वर्मा को मुकाबले में उतारा है। मधु वर्मा 2018 में जीतू पटवारी से हार चुके हैं। इंदौर विधानसभा-5 में जहां भाजपा ने चार बार के विधायक रहे महेंद्र हार्डिया को फिर मैदान में उतारा है, तो कांग्रेस ने दो बार के विधायक सत्यनारायण पटेल पर भरोसा किया। सत्यनारायण पटेल 2018 में इसी सीट से महेंद्र हार्डिया से 1100 वोट से हारे थे। तीसरी ग्रामीण सीट देपालपुर विधानसभा की है, यहां कांग्रेस के विशाल पटेल और भाजपा के मनोज पटेल के बीच फिर मुकाबला होगा। विशाल पटेल ने 2018 में जीत हांसिल की थी।
कांग्रेस ने 5 नए चेहरे उतारे
कांग्रेस ने इस बार 9 में से 5 सीटों पर नए उम्मीदवारों को मौका दिया। पार्टी ने विधानसभा-दो से चिंटू चौकसे, तीन से पिंटू (दीपक) जोशी, चार से राजा मंधवानी, सांवेर से रीना सेतिया (बौरासी) और महू से रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है। जबकि, भाजपा ने पुराने चेहरों पर ही दांव लगाया। भाजपा ने इंदौर-3 से गोलू शुक्ला को पहली बार चुनाव का टिकट दिया है। बाकी की सभी 8 सीटों पर वही पुराने चेहरे हैं।
विधानसभा-एक से भाजपा उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय विधानसभा-दो, चार और महू से पहले जीत चुके हैं। महू से उषा ठाकुर पहले विधानसभा-एक, तीन और महू से जीत चुकी हैं। इसके अलावा महेंद्र हार्डिया, मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, तुलसी सिलावट और मधु वर्मा पुराने चेहरे हैं।