दिग्गजों का दबदबा…
राजनीति में दिग्गज नेताओं की बात ही कुछ और है। चाहे देश की राजनीति हो या फिर राज्यों की। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में भी इसकी झलक हर रोज मिल रही है। नामांकन पत्र यानि पर्चा दाखिल करने की प्रक्रिया जारी है। हर दिन कोई न कोई दिग्गज नेता पर्चा दाखिल कर रहा है। अभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पर्चा भरना बाकी है। मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, राजेंद्र शुक्ला, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह सहित कई दिग्गज पर्चा भर चुके हैं। तो मध्यप्रदेश में मंत्री गोपाल भार्गव सबसे ज्यादा खास हैं। वह मध्यप्रदेश विधानसभा के सर्वाधिक आठ बार के विजेता हैं और नौवी बार जीत का रिकॉर्ड बनाने का दम भर रहे हैं। खबर यूं भी चली कि राजनीति में अपराजेय विधायक का अपराजेय सांसद नामांकन पत्र भराने पहुंचे। मध्यप्रदेश के सबसे वरिष्ठ विधायक और अपराजेय योद्धा गोपाल भार्गव ने नौवीं बार अपना नामांकन पत्र सागर जिले की रहली विधानसभा से भरा। गोपाल भार्गव ने लगातार आठ चुनाव जीते हैं। उनका पर्चा भरवाने पहुंचे केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार भी मध्यप्रदेश में अपराजेय हैं। वे सात लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। इस मौके पर हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। एक सभा का आयोजन भी हुआ।
तो इसी कड़ी में 26 अक्टूबर को भाजपा-कांग्रेस के कई दिग्गज नेता नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कृषि मंत्री कमल पटेल खास हैं। इनकी चर्चा इसलिए भी, क्योंकि छिंदवाड़ा में पिछले तीन साल से दोनों दिग्गज आमने-सामने हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ छिंदवाड़ा है, तो गढ़ को भेदने का दावा करने वाले कमल पटेल छिंदवाड़ा के प्रभारी मंत्री रहे हैं। खास बात यह भी है कि नाथ पर सीधा हमला करने और एफआईआर कराने की बात कहने की हिम्मत भी कमल पटेल ने ही जुटाई है। तो 26 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ विशाल रैली के साथ छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन दाखिल करने के बाद मानसरोवर कांप्लेक्स पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर 26 अक्टूबर को दोपहर बाद ढाई बजे हरदा में पार्टी प्रत्याशी कृषि मंत्री कमल पटेल के नामांकन में सम्मिलित होंगे और दोनों दिग्गज कृषि मंत्री एक विशाल सभा को संबोधित करेंगे।
पर मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में इस बार यदि सर्वाधिक चर्चा है तो अपना इस्तीफा मंजूर करवाकर चुनाव मैदान में ताल ठोकने को तैयार निशा बांगरे की। वह फिलहाल मुसीबत में घिरी नजर आ रही हैं। जिस कांग्रेस के दम पर उन्होंने राज्य प्रशासनिक सेवा के पद से इस्तीफा देकर आमला से चुनाव लड़ने का मन बनाया था, उसी से निराशा मिल रही है। बड़ी पेचीदगी के दौर में जब निशा का इस्तीफा मंजूर हुआ, तब तक कांग्रेस ने आमला में उम्मीदवार ही उतार दिया। अब बांगरे को मानो बड़े दल के बिना राज्य प्रशासनिक सेवा जैसी उर्वर जमीन छोड़ने के बाद बंजर जमीन के सहारे किस्मत को संवारने की जद्दोजहद करनी पड़ेगी। जले पर नमक भी कांग्रेस ने ऐसे छिड़क दिया कि उसने अपने 4 प्रत्यशियों को बदला है, पर आमला की तरफ रत्ती भर ध्यान भी नहीं दिया। सुमावली से कुलदीप सिकरवार की जगह विधायक अजब सिंह कुशवाहा को, पिपरिया से गुरुचरण की जगह वीरेन्द्र बेलवंशी को, बड़नगर से राजेन्द्र सिंह सोलंकी की जगह वापिस विधायक मुरली मोरवाल को और जावरा में हिम्मत श्रीमाल की जगह वीरेन्द्र सोलंकी पर कांग्रेस ने भरोसा जता दिया है। पर निशा के जीवन का अंधियारा दूर नहीं हो पाया। तो दिग्गजों की माया दिग्गज ही जानें…पर दिग्गजों का दबदबा तो देखते ही बनता है। हैलीकॉप्टर और विमान आसमान में विचरण कर रहे हैं और दिग्गज पार्टी उम्मीदवारों को जिताने अपना दम भर रहे हैं…।