अंतर सिंह दरबार ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे! क्या मंत्री उषा ठाकुर को इससे मिलेगी मदद?
इंदौर: महू के प्रभावशाली कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अंबेडकर नगर महू से विधानसभा चुनाव के लिए आज अपना नाम निर्देशन पत्र वापस नहीं लिया है । वे अब वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में महू विधानसभा चुनाव से अपनी किस्मत आजमाएंगे। यहां हाल ही में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए रामकिशोर शुक्ला को कांग्रेस का टिकट दिया गया है। महू की जनता और राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी के ही दो बड़े नेता अब आमने-सामने हो गए हैं तो क्या इससे भाजपा उम्मीदवार और मंत्री उषा ठाकुर को मदद मिलेगी?
इससे पहले पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने महू में प्रेस वार्ता में भावुक होकर कहा कि मैंने बचपन से कांग्रेस पार्टी का साथ दिया। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में पूरी ताकत लगाई। पहले यात्रा महू नहीं आ रही थी। मेरे विशेष आग्रह पर बाबा साहेब आंबेडकर की जन्म भूमि महू में यात्रा आई । स्क्रीनिंग कमेटी में टिकिट के लिए मेरा नाम चल रहा था । मेरा किस रूप में टिकिट कटा पता नही। कई बड़े नेताओं के फोन आते रहे कि आपके साथ अन्याय हुआ है । सवाल में पूछा गया कि आप चुनाव किस पार्टी के खिलाफ लड़ेंगे तो दरबार ने कहा यह योद्धाओं की लड़ाई है जो भी सामने चुनाव में आएगा उनसे पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेंगे।
यह भी कहा कि कई दुख सुख में जरूरत लोगो की सेवा की। बीमारियो में लोगो का इलाज भी करवाया। मुझे बस जनता की सेवा करना है,करी है ओर आगे भी करता रहूंगा।
कुल मिलाकर अंबेडकर नगरी महू का विधानसभा चुनाव अब मुख्य रूप से त्रिकोणीय हो गया है। हा , यह कहा जा सकता है कि अब भाजपा प्रत्याशी उषा ठाकुर ने जरूर राहत की सांस ली होगी क्योंकि अब कांग्रेस के ही दो बड़े नेता आमने-सामने हो गए हैं।