अब महायोद्धा दिखेंगे मैदान में…

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अब महायोद्धा दिखेंगे मैदान में…

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव अब निर्णायक दौर में पहुंच चुका है। अभी तक जो महायोद्धा कभी-कभी नजर आ रहे थे, अब वह ज्यादातर समय मैदान में नजर आएंगे। मध्यप्रदेश दो मुख्य राजनैतिक दल भाजपा और कांग्रेस के महायोद्धाओं का गढ़ बनने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस के मुख्य चेहरे राहुल और प्रियंका और राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे मध्यप्रदेश में उनके उम्मीदवारों को जिताने के लिए जन-जन का मन मोहने की हरसंभव कोशिश करेंगे। अब तेरह दिन बाकी हैं और उसके बाद फैसले की घड़ी आ जाएगी। इससे पहले तरकस से सारे तीर निकल जाएंगे। कोई ब्रह्मास्त्र चलाएगा तो कोई शब्दभेदी बाण से संधान करेगा। इन्हीं तेरह दिन के बीच भगवान राम के लंकाधिपति का वध कर अयोध्या लौटने की खुशी में मनाए जाने वाले दीप पर्व से पूरा देश जगमग होगा। आतिशबाजी होगी और खुशियां मनेंगी। तब तक लोकतंत्र का पर्व अपनी बारी का इंतजार करता दिखेगा। हालांकि राम और सनातन की बड़ी भूमिका लोकतंत्र के पर्व में भी रहेगी। और महायोद्धाओं के मुख से भी राम नाम का उच्चारण सतत सुनने को मिलना तय है। इस निर्णायक संग्राम का महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि कोई महायोद्धा हवाई और सड़क मार्ग पर बड़े-बड़े वाहनों में सवार दिखेगा तो किसी ने पैदल चलकर मतदाताओं के मन में अमिट छवि बनाने की ठान ली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। संभावित रूप से 8 नवंबर को मोदी ग्वालियर चंबल अंचल के दौरे पर आएंगे। चंबल क्षेत्र में आम सभा को संबोधित करेंगे। मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे प्रस्तावित हैं और वह ताबड़तोड़ सभाएं करेंगे। उनके 4 नवंबर को रतलाम, 5 को लखनादौन, 7 को सीधी और सतना, 8 को गुना, मुरैना, पथरिया, 9 को बड़वानी और नीमच, 13 को छतरपुर, 14 को इंदौर और झाबुआ तथा 15 नवंबर को बैतूल का दौरा संभावित है। वहीं मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की कमान संभाल रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का 4 नवंबर को ग्वालियर दौरा प्रस्तावित है। शाह के 4 नवंबर को ग्वालियर से पोहरी और करेरा क्षेत्र में जाने की खबर है। उसके बाद लौटकर ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में इंटक मैदान पर आमसभा को भी संबोधित करेंगे। इसके बाद अंचल के चुनिंदा नेताओं से बात करेंगे और रात्रि विश्राम भी ग्वालियर में ही करेंगे। तो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 3 नवंबर को त्यौंथर, सिरमौर, सेमरिया और रीवा में जनसभाओं को संबोधित करेंगे और 3 रोड शो करेंगे। भाजपा के महायोद्धाओं के पूरे कार्यक्रम जारी होना अभी बाकी हैं।
दूसरी तरफ कांग्रेस के महाजनसंपर्क अभियान का एलान भी हो चुका है। कांग्रेस ने 150 प्लस के महान लक्ष्य पर संधान करने का मन बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे,  पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी 22 रैलियों के जरिए महालक्ष्य पर निशाना साधेंगे। 70 रैली कमलनाथ करेंगे, 60 रैली दिग्विजय सिंह करेंगे, 30 रैली रणदीप सिंह सुरजेवाला करेंगे। कांग्रेस महाजनसंपर्क अभियान चलाकर अगले 15 दिनों में 230 विधानसभा सीटों तक पहुंचेंगी। वचनपत्र और संदेश को एक-एक व्यक्ति तक पहुंचाएगी। 4 नवम्बर को मल्लीकार्जुन खरगे कटंगी और शाहपुरा, 5 नवम्बर को प्रियंका गांधी कुक्षी और इंदौर-5, 7 नवम्बर को खरगे उज्जैन और ग्वालियर पूर्व, 8 नवम्बर को प्रियंका सांवेर और खातेगाँव, 9 नवम्बर को प्रियंका गांधी रीवा, तो 9 नवम्बर को ही राहुल गांधी नई सराय, अशोक नगर चंदेरी, जबलपुर ईस्ट, जबलपुर वेस्ट में पदयात्रा, 10 नवम्बर को सतना, 13 नवम्बर को टिमरनी, उदयपुरा और इक़बाल नगर, भोपाल में पदयात्रा, 14 नवम्बर को विदिशा, राजनगर, खजुराहो में रहेंगे। वहीं 15 नवम्बर को प्रियंका दतिया और खरगे आमला (बैतूल) में रहेंगे।
मध्यप्रदेश के इस विधानसभा चुनाव की खासियत यह है कि दीपावली की खुशियां मनाने का मौका हर राजनैतिक दल के नेताओं को बराबरी से है। जिस तरह दशहरा के बीस दिन बाद दीपावली आती है, उसी तरह राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों की जीत-हार का फैसला दीपावली के बीस दिन बाद होगा। इन महायोद्धाओं के अस्त्र शस्त्र कितने अचूक और विजयी साबित होते हैं, इसका फैसला तब हो ही जाएगा। मुख्यमंत्री पद की शपथ की असल तारीख और असल चेहरा तब ही सामने आएगा। फिलहाल तो मध्यप्रदेश का रण महायोद्धाओं के हुनर का साक्षी बनने को तैयार है…।