Breaking News: मंदसौर के पिपलियामंडी व्यापारी का 39 लाख से भरा बैग छीन कर भागे बाइक सवार, नागरिकों, व्यापारियों और पुलिस की नाकेबंदी से जंगल में बैग और बाइक छोड़ फरार
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर। जिला मुख्यालय से मात्र 17 किलोमीटर दूर स्थित पिपलियामंडी नगर की कृषि उपज मंडी के बाहर स्थित आइसीआइसीआइ (ICICI) बैंक शाखा से नक़द राशि लेकर निकले मंडी व्यापारी के मुनीम के सिर पर प्रहार कर नोटों से भरा बैग लेकर दो अज्ञात बदमाश मोटरसाइकिल से भाग खड़े हुए।
इस अप्रत्याशित और दुस्साहसी वारदात से बैंक प्रबंधन, व्यापारी वर्ग और ग्रामीण सकते में आ गए। घटना दोपहर तीन बजे बाद की बताई गई है। बैंक सीसीटीवी कैमरे में भी घटना क्रम देखा गया है।
आनन फानन में आसपास के नागरिकों, मंडी व्यापारियों और पुलिस बल ने भागा दौड़ी करते हुए नाकाबंदी की। मंदसौर, मल्हारगढ़, बोरखेड़ी, तुर्किया चौथखेड़ी मार्गो एवं जंगलों में छानबीन की और शाम को खबर मिली है कि मोटरसाइकिल सवार वाहन और नोटों से भरा बैग जंगल में छोड़ फरार हो गये हैं।
एसडीओपी नरेंद्र सिंह सोलंकी के नेतृत्व में पुलिस बल आसपास तलाश कर रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंडी व्यापारी फर्म कमलेश कुमार रूपचंद होतवानी के मुनीम वीरेन्द्र भंडारी पिता कन्हैयालाल द्वारा दोपहर बाद बैंक से किसानों को उपज भुगतान के लिए राशि निकाली और फर्म ऑफिस जाने को बाइक के पास पहुंचे ही थे कि अचानक एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा सिर पर प्रहार कर बैग छीनकर आगे मोटरसाइकिल पर सवार होकर भाग खड़े हुए।
बैंक से 35 लाख नक़द निकाले और 3 लाख 90 हजार रुपये की राशि पहले रखी हुई थी।
बताया जा रहा है कि आरोपियों के पास रिवॉल्वर भी देखी गई।
पुलिस और व्यापारियों का मानना है कि वारदात के लिए बदमाशों ने पहले रैकी की है उस आधार पर यह दुस्साहस किया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतमसिंह सोलंकी ने बताया कि भांगी पिपलिया-चौथखेड़ी मार्ग बीच जोड़ा बाबजी देवस्थान के पास जंगल में वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और नोटों से भरा बैग बरामद हुआ है।
अब बैग की राशि, मोटरसाइकिल व बदमाशों की तस्दीक की जा रही है। मुनीम वीरेन्द्र भंडारी के भी बयान लिए जाएंगे।
इधर अप्रत्याशित वारदात में बड़ी राशि से भरा बैग लूटे जाने से मंडी व्यापारियों, किसानों में रोष छा गया और मंडी बाहर धरना देते हुए सड़क पर बैठ गए।
पिपलियामंडी कृषि उपज मंडी व्यापारी संघ अध्यक्ष मनोहर मनवानी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए बताया कि कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी आदि को कई बार आवेदन दिये गए हैं। प्रत्यक्ष में भी बताया गया है कि मंडी परिसर में सैंकड़ों किसान व्यापारी रोजाना रहते हैं। करोड़ों का लेनदेन होता है परन्तु सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। यह घटना चिंतनीय है तत्काल सुरक्षा व्यवस्था की जाना चाहिए।