MP Assembly Election: कर्त्तव्य के साथ अधिकार भी है मतदान

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5 Ex CM's Sons Are Also Candidates

MP Assembly Election: कर्त्तव्य के साथ अधिकार भी है मतदान

प्रलय श्रीवास्तव की विशेष प्रस्तुति

भारतीय लोकतंत्र में निर्वाचन प्रक्रिया का विशेष महत्व है। लोकतंत्र की मजबूती और सार्थकता के लिए जरूरी है कि मतदान में प्रत्येक मतदाता की सहभागिता हो। मतदान से केवल उम्मीदवार या राजनैतिक दल का भविष्य ही नहीं बल्कि देश का भविष्य भी जुड़ा होता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिससे न सिर्फ लोकतंत्र मजबूत होता. है बल्कि देश के विकास को नई दिशा भी मिलती है।

प्रत्येक मतदाता को संविधान द्वारा प्रदत्त मताधिकार का हरसंभव परिस्थितियों में उपयोग करना चाहिए। भारत निर्वाचन आयोग की भी अपेक्षा रहती है कि मतदाता बिना किसी भय या लालच अथवा भेदभाव के राष्ट्र हित में अपना वोट जरूर दें।

वास्तव में व्यक्ति के एक वोट से उसके भविष्य का निर्माण होता है। लोकतंत्र में निर्वाचन के जरिए मतदाताओं को ईमानदार एवं सशक्त प्रतिनिधि चुनने का हक होता है। मतदान देश और समाज के सकारात्मक परिवर्तन की बुनियाद है। मतदान स्वयं के भाग्य का फैसला करने जैसा होता है।

मध्यप्रदेश में 5 करोड़ 60 लाख 60 हजार से अधिक मतदाताओं के लिए 64,523 मतदान केन्द्रों में भी सभी आवश्यक सुविधाएँ जुटाई गई है। मतदाता जागरूकता से महिलाओं और युवाओं के पंजीयन के प्रतिशत में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है, जिसका परिणाम ज्यादा मतदान के रूप में परिलक्षित होगा। मतदान में अधिकाधिक भागीदारी के लिए परिवार के प्रत्येक सदस्य और परिचितों को भी देश हित में वोट देने के लिए प्रेरित तथा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

एक-एक बहुमूल्य वोट मिलकर एक ऐसी सरकार बनाते हैं, जिससे सबका हित जुड़ा होता है। इसीलिए सभी वर्गों को मतदान का महत्व जानना और उसके इस्तेमाल में पूरी रूचि लेना चाहिए। मतदान को सुविधाजनक बनाने के लिए मतदाओं के वोटर आई.डी. बनवाये गये हैं। मतदान केन्द्र के संबंध में ऑनलाइन जानकारी उपलब्ध करवाई गई। मतदान के लिए क्षेत्र में सार्वजनिक अवकाश रखा जाता है। आईये, मतदान रूपी अपने इस मौलिक अधिकार और कर्त्तव्य का इस्तेमाल अवश्य करने का संकल्प लें।

 

*मतदाता होने के गर्व के साथ।*

 

*मतदान के लिए तैयार हैं हम ॥*