खुशी की यह शाम आ गई…
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में दोनों मुख्य राजनैतिक दलों भाजपा और कांग्रेस के लिए 30 नवंबर की शाम खुशी का पैगाम लेकर आई है। ज्यादातर एग्जिट पोल्स कांग्रेस को सत्ता से एग्जिट कर भाजपा की सरकार बना रहे हैं। तो कुछ की राय में कांग्रेस सत्ता के करीब नजर आ रही है। हालांकि मतदाताओं की राय तो 3 दिसंबर को ही तस्वीर साफ करेगी। पर फिलहाल तो सत्तारूढ़ दल की वापसी की राह साफ नजर आ रही है। तो कांग्रेस के खुश होने के लिए एग्जिट पोल्स संजीवनी का काम कर सकते हैं।
एग्जिट पोल्स के बाद शिवराज सिंह चौहान का 29 नवंबर का सीहोर का वीडियो वायरल हो रहा है। शिवराज कह रहे हैं कि मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाकर लाऊंगा। मैंने जो कहा था वह पूरा होगा 3 तारीख को आप देखेंगे। फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। कोई संदेह नहीं है और कोई कांटे-फांटे की टक्कर नहीं है।कार्यकर्ताओं ने मेहनत की है और लाड़ली बहनों ने सब कांटे निकाल दिए। जनता का भरपूर प्यार और आशीर्वाद मिला। तो एग्जिट पोल के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैंने पहले ही कहा था मध्य प्रदेश में कोई कांटे की टक्कर नहीं है। भारतीय जनता पार्टी भारी बहुमत से जीतेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रेम और नेतृत्व, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की कुशल रणनीति, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का मार्गदर्शन और कार्यकर्ताओ की अथक मेहनत रंग लाएगी। प्रदेश सरकार की योजनाएं जिन्होंने जनता की जिंदगी बदली है और विकास बताता है कि भारतीय जनता पार्टी भारी बहुमत से चुनाव जीतेगी। एग्जिट पोल जो कह रहा है वह जन भावना है।
तो एग्जिट पोल के बाद कांग्रेस की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को मैं उनका बल याद दिलाना चाहता हूं। आप लोग कांग्रेस की शक्ति हैं और आपकी मेहनत और समर्पण से ही जनता ने कांग्रेस पार्टी के समर्थन में जमकर वोट डाला है। 3 दिसंबर को जब मतगणना शुरू होगी तो कांग्रेस की सरकार पर जनता की मोहर लग जाएगी। मैंने हमेशा आपसे कहा है कि देश विजन से चलता है, टेलीविजन से नहीं। बहुत से एग्जिट पोल में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनती हुई दिखाई दी है जबकि कुछ एग्जिट पोल अन्य तरह की बात कर रहे हैं। आपको इस सबसे अपना ध्यान भटकने नहीं देना है। अर्जुन की तरह आपको निगाहें सिर्फ अपने लक्ष्य पर रखनी है। आपको अपना पूरा ध्यान मतगणना के दिन पर लगाना है और यह सुनिश्चित करना है कि कांग्रेस को मिला एक-एक वोट सही से गिना जाए और प्रदेश में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बने।
खैर आने वाली 3 दिसंबर में अब दो रातें बाकी हैं। तीसरा दिन रवि का है और कौन चमकेगा या किसकी उम्मीदें अस्त होंगी, यह साफ हो जाएगा। मतगणना के दिन मतदाताओं की राय ईवीएम और पोस्टल बैलेट पेपर मौन रहकर भी जोर-शोर से बताकर ही रहेंगे। खुशी की यह शाम तो आनी ही थी, सो आ गई। अब जिसको फील गुड करना हो, वह कर ले और जिसको फील गुड में समस्या हो, वह नाराजगी जाहिर कर ले।