*छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट*
छतरपुर: बुंदेलखंड में पंचायती चुनाव की आहट होते ही यहां चुनावी रंजिश में का दौर शुरू हो गया है।
चुनावों के चलते लोग एक-दूसरे के खून की प्यासे और जान के दुश्मन हो जाते हैं। यहां चुनावी रंजिशों का दौर अनवरत चलाता रहाता है।
ताजा मामला छतरपुर जिले के महाराजपुर विधानसभा और थाना क्षेत्र के स्योंड़ी गांव का है जहां देर रात 31 वर्षीय युवक लखन चौबे को गोली मार दी गई है गोली उसके हाथ के पंजे में जाकर लगी और आर-पार हो गई है जिसे पुलिस और परिजन गंभीर हालत में जिला अस्पताल लेकर आये हैं।
●चुनावी सरगर्मी बानी विवाद..*
घायल की लखन चौबे की मानें तो पंचायती चुनाव नजदीक हैं और अब चुनावी सरगर्मी और रंजिशें भी शुरू हो गईं हैं। और चुनावी रंजिश के चलते ही गांव के मोहित नायक ने उसे गोली मारी है। वर्तमान में मोहित नायक के परिवार का व्यक्ति पंकज नायक सरपंच है।
●दो पक्षों में रहता है चुनावी विवाद..*
गांव में दो पक्ष हैं जो चुनावी मैदान में उतरते हैं एक पक्ष पंकज और मोहित नायक का है तो दूसरा पक्ष लालजी नायक का है और वह दूसरे पक्ष लाल जी नायक का सहयोग करता है। पिछली बार चुनाव में मोहित नायक पक्ष की जीत हुई थी और पंकज नायक सरपंच बना था और लालजी नायक चुनाव हार गए थे। अब इसबार दूसरा पक्ष लाल जी नायक भी जोर-शोर से चुनाव लड़ने की तैयारी में लगा हुआ है और मैं लाल जी नायक का पक्ष करता हूँ।
*●यह कहते हुए गोली मारी..*
घायल ने बताया कि देर शाम मोहित नायक मेरे वास आया और मुझे धमकाने लगा कि तुम लालजी नायक की तरफ से चुनाव में आगे मत आना उनका सपोर्ट मत करना। जहां मैंने उसकी यह बात नहीं मानी और साफ तौर पर मना कर दिया कि मैं तो हर बार उनका सपोर्ट करता हूँ और करूंगा भी तो उसने मुझे पिस्टल निकालकर गोली मारने लगा जिसका कि मैंने बचाव किया और पिस्टल हाथ में पकड़ी तो गोली मेरे हाथ में लग गईऔर आर-पार निकल गई यहां अगर मैं पिस्टल नहीं पकड़ता तो गोली सीधे मेरे सीने में जाकर लगती और हाथ की तरह आर-पार हो जाती जिससे मेरी जान भी चली जाती।
*●डॉक्टर कर रहे इलाज..* घायल गंभीर हालत में जिला अस्पताल पहुंचा है जहां पर डॉक्टर ने देखा कि उसके दाएं हाथ के पंजे में उंगलियों के नीचे गोली लगी है और वह आर-पार हो गई है। गन पाउडर साफ तौर पर हथेली में दिख रहा है जिससे प्रतीत होता है कि गोली पंजे की तरफ से और बहुत करीब से मारी गई है। हालांकि डॉक्टरों ने उसका एक्स-रे कराने के बाद ही कुछ स्पष्ट कहने की बात कही है तभी पता चल सके कि गोली ने कितना नुकसान पहुंचाया है वह अब भी फांसी है या निकल गई है।