Child Pornography: चाइल्ड पोर्नोग्राफी में MP देश में दूसरे नंबर पर
भोपाल
मध्य प्रदेश में चाइल्ड पोनोग्राफी को लेकर चिंता जनक आंकड़े सामने आए हैं। प्रदेश में एक साल में इस तरह के 147 मामले सामने आए हैं। इस तरह के मामले प्रकाश में आने वाला मध्य प्रदेश देश के राज्यों में दूसरे नंबर पर है। यह आंकड़ा इसी महीने एनसीआरबी द्वारा जारी हुए डाटा में सामने आया है। अब इसे लेकर मध्य प्रदेश साइबर सेल अलर्ट है और मामलों में कमी लाने के लिए बच्चों को जागरुक करने का प्रयास कर रहा है।
एनसीआरबी ने दिसंबर में सभी राज्यों से सामने आए इस तरह के मामलों के आंकड़े जारी किए हैं। इन आकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश, देश में दूसरे नंबर पर है। यहां पर वर्ष 2022 में 147 मामले सामने आए हैं। जबकि मध्य प्रदेश से ज्यादा मामले सिर्फ कनार्टका में सामने आए हैं। कर्नाटका में 235 इस तरह के मामले सामने आए हैं। जबकि छत्तीसगढ़ में 112 मामले हैं, जो तीसरे नंबर पर है। जबकि इसके बाद राजस्थान का नंबर आता है। यहां पर 106 मामले सामने आए हैं।
मध्य प्रदेश के साइबर सेल ने जब इसके डाटा का अध्ययन किया, इसके बाद तय किया कि महिलाओं और बच्चों के इसके प्रति जागरुक किया जाए। यदि उनके साथ इस तरह का कोई वीडियो बनाता है, या उनकी ही गलती से इस तरह का वीडियो बन जाता है। तो उसकी जानकारी वे हेल्प लाइन नंबर को देकर मदद मांग सकते हैं। यदि इसके बाद भी वीडियो वायरल होता है तो उस संबंध में भी उन्हें जानकारी दी जाती है, ताकि वे समय रहते पुलिस की मदद ले सके।
इस साल भी बढ़ गए मामले
एनसीआरबी में वर्ष 2022 का डाटा जारी किया है, लेकिन प्रदेश के साइबर सेल मुख्यालय ने इस साल ही इस तरह की घटनाओं का अध्ययन किया है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2023 में अब तक 160 के लगभग इस तरह के मामले सामने आए हैं। इसलिए अब अवेयरनेस का प्रोग्राम तेज गति से चलाने का निर्णय लिया है।