Opposition to Online Sale of Medicines : दवा की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ देशभर के दवा कारोबारी एकजुट!
Indore : दवा बिक्री पर नजर रखने वाली संस्था ‘ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स’ (AIOCD) ने इंदौर में अपनी 21वीं त्रैवार्षिक सभा का आयोजन किया। ऑनलाइन दवा बिक्री, ई-फार्मेसी द्वारा प्रीडेट्री प्राइसिंग और नेशनल फार्मेसी कमीशन के प्रस्तावित गठन पर एआईओसीडी ने अपना विरोध दर्ज कराया।
शनिवार और रविवार को हुई दो दिन की इस सभा का आयोजन ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर इंदौर में हुआ। आम सभा की थीम ‘सक्षम केमिस्ट स्वस्थ भारत’ है जिसका उद्देश्य केमिस्ट वर्ग को सक्षम बनाना है ताकि सबकी सेवा हो सके और मानवता स्वास्थ्य लाभ से अछूती न रहे। आम सभा की शुरुआत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद शंकर लालवानी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गई।
स अवसर पर एआईओसीडी के पदाधिकारी के रूप में 25 वर्ष पूरे होने पर उत्कल एसोसिएशन द्वारा जेएस शिंदे का सम्मान किया गया। सांसद के सामने आम सभा में हुई कार्यकारणी की बैठक में ऑनलाइन दवा बिक्री, ई-फार्मेसी द्वारा प्रीडेट्री प्राइसिंग और नेशनल फार्मेसी कमीशन के प्रस्तावित गठन पर एआईओसीडी ने अपना विरोध दर्ज कराया। आम सभा में मध्यप्रदेश केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गौतमचंद धींग भी एवं देश भर से आए हजारों केमिस्ट ने हिस्सा लिया। आम सभा में एआईओसीडी ने शंकर लालवानी को अपना मांग पत्र सौंपा।
सभी राज्यों की राजधानी में विरोध होगा
एआईओसीडी के अध्यक्ष जगन्नाथ शिंदे ने कहा, कि आयुर्वेदिक दवाइयों के नाम पर खुले में बिना नियमों के बिक रही एलोपैथिक दवा, ऑनलाइन बिक रही दवाओं पर हम कई बार अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं। लेकिन, सरकार इस पर ध्यान नहीं देती। नेशनल फार्मेसी कमीशन राज्य से संबंध रखने वाली फार्मेसी पेशेवरों के ऑटोनॉमस / डेमोक्रेटिक संस्था स्टेट फार्मेसी काउंसिल को खत्म किया जाएगा। इसमें कम्युनिटी फार्मासिस्टों की बड़ी संख्या को ध्यान में नहीं रखा गया है।
कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से ये फैसला लिया गया है कि 1 जनवरी 2024 को इस दमनकारी नीति के खिलाफ देशव्यापी हल्ला बोल आंदोलन किया जाएगा। इस बार यह विरोध सभी स्टेट कैपिटल में होगा जहां देशभर के केमिस्ट एक घंटे के लिए घंटा बजाकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। अगर इसके बाद भी सुनवाई नहीं की गई तो जिला स्तरीय और तहसील स्तरीय पर इस आंदोलन को जन जन तक पहुंचाने के लिए तैयार हैं। एआईओसीडी के जनरल सेक्रेट्री राजीव सिंघल ने कहा कि सरकार हमारी वर्तमान मांग को भी समझना यही उम्मीद है।
टी सुधाकर द्वारा चुनाव अधिकारियों द्वारा संस्था के निर्वाचन के परिणाम की घोषणा की गई एवं पिछले साल की कार्यकारिणी का एक बार फिर ध्वनि मत के माध्यम से चुनाव किया गया है। देश भर के 12 लाख 40 हजार केमिस्ट की आशाएं हम पर टिकी हुई है, हम अपने कर्तव्यों का जिम्मेदारी से पालन करेंगे।
सरकार सबकी बात सुनेगी
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि मैंने आपकी मांगों को बहुत ध्यान से सुना है। ऑनलाइन दवा बिक्री के खिलाफ कोर्ट में केस चल रहा है। गलत मूल्यों के लिए मैं मंत्री के सामने आपकी बात रखूंगा। मैंने एसोसिएशन से मांग पत्र मांगा है लेकिन मैं आपको आश्वासन देता हूं कि मैं संबंधित मंत्रालय तक आपकी बात पहुंचाऊंगा। यह सरकार वन वे नहीं टू वे सरकार है, आम जन की सरकार है।