File Worth Rs 464 Cr Cleared : हुकुमचंद मिल के मजदूरों की 464 करोड़ की फाइल पर CM के हस्ताक्षर!
Indore : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हुकुमचंद मिल के मजदूरों को मिलने वाली 464 करोड़ की बकाया राशि से संबंधित फाइल पर हस्ताक्षर कर अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी। इसके साथ ही 32 साल से अपने हक़ की राह देख रहे मिल मजदूरों के चेहरे ख़ुशी से चमक उठे।
हुकुमचंद मिल के मजदूरों के लिए मंगलवार का दिन सौगात लेकर आया। मुख्यमंत्री ने हुकुमचंद मिल के मजदूरों को मिलने वाली 464 करोड़ की बकाया राशि से संबंधित फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए। इसी के साथ अब मिल मजदूरों की बकाया राशि के भुगतान का रास्ता साफ हो गया है।
विधानसभा परिसर के मुख्यमंत्री के चैंबर में आज नगरीय प्रशासन विभाग की बैठक में ये महत्वपूर्ण फैसला लिया गया। हुकमचंद मिल के साढ़े 5 हजार से अधिक मजदूर जो 32 साल से अपने हक के लिए भटक रहे थे, उन्हें इंसाफ भी मिल गया।
हुकुमचंद मिल के मजदूरों को मिलेगी बकाया राशि।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर की हुकुमचंद मिल के मजदूरों को मिलने वाली ₹464 करोड़ की बकाया राशि से संबंधित फाइल पर हस्ताक्षर कर अपनी स्वीकृति प्रदान की।@DrMohanYadav51 pic.twitter.com/4AJTk0ZtEL
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 19, 2023
महापौर पुष्यमित्र भार्गव लम्बे समय से मिल मजदूरों के 3 दशक से अटके उनके हक़ को दिलाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। आज इस दिशा में उनके प्रयास सफल हुए। अब मुख्यमंत्री हुकुमचंद मिल के मजदूरों की बकाया राशि का वितरण सिंगल क्लिक के माध्यम से करेंगे। इस फैसले पर महापौर ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए, धन्यवाद ज्ञापित किया।
तीन दशक लंबा संघर्ष
12 दिसंबर 1991 को हुकुमचंद मिल बंद हो गई थी। इसके बाद मजदूरों ने अपने हक के लिए अदालत का रास्ता अपनाया। हाईकोर्ट में इस केस में लगभग 32 साल के लंबे संघर्ष के बाद इस माह दिसंबर में इंदौर हाईकोर्ट खंडपीठ ने हाउसिंग बोर्ड को मुआवजे की राशि मजदूरों को देने का आदेश दिया। इसके बाद अब सरकार ने उनकी राशि जारी कर दी और इससे संबंधित फाइल पर मुख्यमंत्री ने अपने हस्ताक्षर कर दिए। इसी के साथ मजदूरों का सालों लंबा संघर्ष समाप्त हो गया और उन्हें उनकी हक की राशि मिलने का रास्ता साफ हो गया है।