सूचना आयुक्त बनने के लिए PS Law, Cooperative Commissioner सहित कई अधिकारी नौकरी छोड़ने को तैयार

सरकारी अधिकारी-कर्मचारी से लेकर बेरोजगार युवाओं ने भी सूचना आयुक्त बनने के लिए किया आवेदन

790
सूचना आयुक्त बनने के लिए PS Law, Cooperative Commissioner सहित कई अधिकारी नौकरी छोड़ने को तैयार

भोपाल: मध्यप्रदेश में सूचना आयुक्त के पद पर मोटा वेतन, सुविधाएं और रुतबा हासिल करने के लिए शासकीय पदों पर कार्यरत कई अफसर अपनी मौजूदा नौकरी छोड़ने तैयार है। प्रमुख सचिव विधि गोपाल श्रीवास्तव और सहकारिता आयुक्त नरेश पाल, बड़वानी के प्रमुख जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कुमार गर्ग, सतना के जिला एवं सत्र न्यायाधीश रजेन्द्र प्रसाद शर्मा, भारतीय वन सेवा के मध्यप्रदेश कॉडर के अधिकारी धमेन्द्र वर्मा सहित कई अफसर अपनी मौजूदा नौकरी छोड़ने को तैयार है। भाजपा नेता और अधिवक्ता दीपक विजयवर्गीय सहित कई रिटायर्ड आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, न्यायाधीश,समाजसेवी और पत्रकार सूचना आयुक्त बनना चाहते है।

सूचना आयुक्त को हर माह सवा दो लाख रुपए का वेतन, गाड़ी, अमला मिलता है। मोटे वेतन और सुविधाओं की चाह में रिटायरमेंट के करीब आ पहुंचे अफसर और छोटे पदों पर काम करने वाले सरकारी अधिकारी-कर्मचारी से लेकर बेरोजगार युवाओं ने भी सूचना आयुक्त बनने के लिए आवेदन किया है।

रजिस्ट्रार फर्म एवं सोसायटी के पद पर कार्यरत आलोक नागर, जिला कंजूमर फोरम के सदस्य रकामांत दीक्षित, मेडिकल काउंसिल और डायरेक्टर मेडिकल एजूकेशन में हेल्थ केयर मैनेजमेंट एक्सपर्ट के पद पर कार्यरत गरिमा त्रिपाठी ,रिटायर्ड आईएएस और भूमि सुधार आयोग के सलाहकार श्रीकांत पांडेय , रघुराजनगर में पटवारी के पद पर कार्यरत संजय सिंह पटेल सूचना आयुक्त बनने के लिए अपनी नौकरियां छोड़ने को तैयार है।

पटवारी पटेल ने सूचना आयुक्त बनने के लिए सबसे पहले आवेदन किया है। एमपी स्टेट इंजीनियर इन एमपी स्टेट को आपरेटिव मार्केटिँग फेडरेशन में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत 25 वर्षीय युवती अश्विनी साहू भी सूचना आयुक्त बनने के लिए मौजूदा नौकरी छोड़ने को तैयार है। मंदसौर में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार पांडेय इसी माह रिटायरमेंट की उम्र पूरी कर रहे है उन्होंने भी आवेदन किया है।

कृषि उपज मंडी ताल में डीईओ 22 वर्षीय गोविंद सिंह ने भी आवेदन किया है। इसी माह रिटायर होने जा रहे उच्चतर न्यायिक सेवा के अधिकारी शिवकांत पांडेय,भोपाल में सीसीएफ रविद्र सक्सेना, आईएफएस धीरेन्द्र वर्मा, आईएफएस आलोक शर्मा,आईपीएस अविनाश शर्मा भी नौकरी छोड़ सूचना आयुक्त बनने तैयार है। शासकीय सेवक योगेशदत्त शुक्ल, मेट्रोलाजिस्ट के पद पर कार्यरत गुरु दत्त मिश्रा, डिंडौरी जिला एवं सत्र न्यायालय में कार्यरत हरिशरण यादव,एनबीडीए खरगौन में कम्प्यूटर आपरेटर सुशील श्रीवास्तव,मंडल रेल सलाहकार समिति दीपक तिवारी अपने मौजूदा काम छोड़ सूचना आयुक्त बनना चाहते है।

ये रिटायर्ड आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, जज है सूचना आयुक्त बनने की कतार में-
रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों में सूचना आयुक्त बनने सबसे अधिक क्रेज है। जो रिटायर्ड IAS कतार में है उनमें पूर्व अपर मुख्य सचिव केके सिंह, महेश चौधरी, शेखर वर्मा, मधु खरे, महेश कुमार अग्रवाल, दुर्ग विजय सिंह, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण में परामर्शी सलाहकार शिकायत निवारण प्राधिकरण डॉ अशोक कुमार भार्गव, मथुरेश बाबू ओझा, केदार लाल शर्मा, जनक कुमार जैन, सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश संजीव कुमार सरैया, रिषभ कुमार सिंघई ने सूचना आयुक्त बनने के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा लोकायुक्त में विधिक सलाहकार रही रश्मिअग्रवाल, रिटायर्ड स्टेशन मास्टर आरपी मगरैया भी कतार में है।

Also Read: Helicopter Accident : इसी साल शौर्य चक्र से सम्मानित हुए हैं हादसे में बचे Captain Varun Singh

चयन हुआ तो विधि की डिग्री सरेण्डर करेंगे-
मंदसौर जिले में विधि व्यवसाय कर रहे राजकुमार गुप्ता ने कहा है कि यदि उन्हें सूचना आयुक्त बनाया जाता है तो वे अपनी विधि की डिग्री सरेण्डर कर देंगे।

मजदूर और पेंशनर भी कतार में-
भोपाल के मजदूर रामस्वरुप कोटवार, पेंशनर राजेश श्रीवास्तव और आलोक अवस्थी, प्राइवेट जॉब करने वाली मोहिनी बाथम सहित कई समाजसेवी, पत्रकार और अन्य सेवाओं से जुड़े लोगों सहित कुल 121 लोग सूचना आयुक्त बनने कतार में है।