Money Not Confiscated from Policemen : 14 लाख लूटने के आरोपी पुलिसवालों से पैसे जब्त नहीं! 

मामले को लेकर उलझन, घर और बैंक खाते खंगाले

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Money Not Confiscated from Policemen : 14 लाख लूटने के आरोपी पुलिसवालों से पैसे जब्त नहीं! 

 

   Indore : अहमदाबाद जाने वाली बस में 14 लाख का पार्सल छीनकर ले जाने वाले दो पुलिस वालों योगेश सिंह चौहान और दीपक यादव का मामला जितना आसान लग रहा था, उतना है नहीं। क्योंकि, दोनों सिपाहियों के पास से अब तक रूपए बरामद नहीं हुए। पुलिस ने दोनों के घर और बैंक खाते टटोल लिए, पर कोई सुराग नहीं मिला। दोनों सिपाही भी ऐसी किसी घटना से इंकार कर रहे हैं।

पंजाब ट्रेवल्स की बस में से 14 लाख रूपए का पार्सल गायब होने का पुलिस के गले में फ़ांस बन गया है। कहा जा रहा है कि चंदन नगर टीआई की जल्दबाजी के कारण दोनों बेवजह आरोपी बन गए। रुपए जब्त करने को लेकर पुलिस के अफसरों में ही खींचतान चल रही है। बस ड्राइवर से भी दोनों पुलिस वालों के विवाद की बात सामने आई, जिसने इन दोनों को उलझाया।

कहा जा रहा है कि एक अफसर के कारण योगेश सिंह चौहान और दीपक यादव के नाम एफआईआर में बढ़ाए गए। रात में उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। लेकिन, अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला। गुरुवार को द्रविड़ नगर इलाके में योगेश के घर और आरएपीटीसी में दीपक के घर की तलाशी ली गई, लेकिन रुपए नहीं मिले। हवालात में कैद दोनों पुलिसवाले भी मामले में अपना हाथ होने की बात से इंकार कर रहे हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि बस खड़ी करने को लेकर उन्होंने ड्राइवर नरेंद्र तिवारी को डांटा था, लेकिन गायब पार्सल से उनका कोई वास्ता नहीं है।

जानकारी के मुताबिक, एडिशनल डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा को जब डीसीपी राजेश सिंह ने मामले की जांच करने भेजा तो उन्होंने पंजाब बस के ड्राइवर तिवारी और दोनों पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। विश्वकर्मा ने मामले को संदिग्ध मानकर जांच की बात कही। लेकिन रात में टीआई ने दोनों के नाम एफआईआर में शामिल करवा दिए। मीडिया को एडिशनल डीसीपी ने बताया कि 25 दिसंबर को दर्ज एफआईआर में योगेश और दीपक का नाम लिखा गया। लेकिन, ड्राइवर नरेन्द्र तिवारी का नाम एफआईआर से हटाया नहीं गया है। जबकि, टीआई इंद्रमणि पटेल 14 लाख की जब्ती को लेकर अभी उलझन में हैं।