धर्मगुरुओं, कैटरिंग, बैंड वालों की मदद से बाल विवाह रोकेगी सरकार, विवाह रोकने वाली बालिकाएं होंगी सम्मानित
भोपाल:प्रदेश में बाल विवाह रोकने के लिए अब सरकार केवल सरकारी मशीनरी पर ही निर्भर नहीं रहेगी। विवाह कराने वाले विभिन्न धर्मो के धर्मगुरुओं, शादी समारोहों में कैटरिंग वाले, बैंड वाले, डेकोरेशन वाले और फोटोग्राफरों की मदद भी लेगी। प्रदेश के सभी जिलों में इनकी कार्यशाला आयोजित कर सरकार इन्हें बताएगी कि बाल विवाह कानूनन अपराध है और इसमें सहयोग करने वाले भी इसके लिए उत्तरदायी है। इसलिए ऐसे मामलों में वे सरकार को सूचना देकर वाल विवाह को रोके। बाल विवाह रोकने के लिए सूचना देकर बाल विवाह रोकने वाली बालिकाओं को भी सरकार सम्मानित करेगी।
महिला सशक्तिकरण सप्ताह के अंतर्गत राज्य सरकार पूरे सप्ताह भर राज्य, जिला, विकासखंड और ग्राम पंचायत स्तर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। प्रदेश के सभी जिलों में ऐसी बालिकाओं को समारोह आयोजित कर सम्मानित किया जाएगा जिनकी सूचना पर उनका बाल विवाह रोका गया है। इसके पीछे मंशा यह है कि और भी बालिकाएं बाल विवाह जैसी कुरीति का विरोध कर इसे रोकने के लिए आगे आए। बाल विवाह में सेवाएं प्रदान करने वाले सभी सेवा प्रदाताओं जिनमें सभी धर्मो के धर्म गुरु जो ऐसे बाल विवाह कराते है।
वैवाहिक आमंत्रण पत्र प्रकाशित करने वाले सभी प्रिंटर्स, विवाह समारोहों में भोजन, जलपान की व्यवस्था करने वाले कैटरिंग स्टाफ, बैंड बाजे वाले, वैवाहिक आयोजनों में डोकोरेशन करने वाले और विवाह समारोहों की फोटोग्राफी करने वाले फोटोग्राफरों को एक जगह आयोजित कर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इसमें उन्हें बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के विषय में जानकारी दी जाएगी। उन्हें बताया जाएगा कि इसकी सूचना किस तरह से उन्हें पुलिस और प्रशासन को देना है और वाल विवाह को रोकना है।
*लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली पंचायतें पुरस्कृत होगी*
ऐसी ग्राम पंचायतें जिन्हें वर्ष 2023-24 में अथवा पहले के वर्षो में लाड़ली लक्ष्मी फ्रेडली ग्राम पंचायत घोषित किया गया है एवं वर्तमान में भी निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाली लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए 11 जनवरी को प्रदेश के सभी जिलों में कार्यक्रमों का आयोजन होगा। वे लाड़ली फ्रेंडली पंचायत पुरस्कृत होगी जिनमें वर्ष में एक भी बाल विवाह नहीं हुआ हो। ऐसे पंचायतें जिनमें बालिकाओं का शत प्रतिशत प्रवेश हुआ हो। सभी लाड़ली बालिकाओं का टीकाकरण हुआ हो, कोई भी लाड़ली कुपोषित नहीं हो और ग्राम पंचायत क्षेत्र में बालिकाओं के विरुद्ध कोई अपराध नहीं घटा हो ऐसी ग्राम पंचायतों को लाड़ली फ्रेंडली पंचायत घोषित कर पुरस्कार दिया जाएगा। इसके गलिए गांव और ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजन होगे।
प्रतियोगी परीक्षाओं में अव्वल, शौर्य दल के सदस्य होंगे पुरस्कृत-
प्रदेश के सभी जिलों में ऐसी बालिकाएं जिनका किसी प्रतियोगी परीक्षा, नीट, आईआईटी, इंजीनियरिंग आदि के माध्यम से उच्च शिक्षा के लिए चयन हुआ है उन्हें सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही ऐसे शौर्य दल के सदस्य जिनके द्वारा उत्कृष्ट या उल्लेखनीय कार्य किया गया है उनको सम्मानित किया जाएगा।
साइबर क्राइम के प्रति बालिकाओं को करेंगे जागरुक-
कक्षा आठवी से बारहवी कक्ष तक की बालिकाओं और महिलाओं को साइबर क्राइम को लेकर जागरुक करने कार्यक्रमों का आयोजन विकासखंड स्तर पर किया जाएगा। विकासखंड स्तर पर गठित लाड़ली लक्ष्मी क्लब की सदस्य बालिकाओं के लिए साईन्स क्विज प्रतियोगिता का आयोजन होगा और मकर सक्रांति के वैज्ञानिक महत्व के बारे में बताया जाएगा। कक्षा नौवी से बारहवी तक बालिकाओं और 19 से 45 वर्ष की महिलाओं को डिजिटल वित्तीय साक्षरता का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
गांवों में लगेंगे कैंप-
PM मातृ वंदना योजना के हितग्राहियों का विशेष कैंप आयोजित कर उन्हें आंगनबाड़ी केन्द्रों में शीघ्र पंजीयन, प्रसव पूर्व जांच, संस्थागत प्रसव एवं शीघ्र स्तनपान कराये जाने के संबंध में परामर्श दिया जाएगा। लाड़ली बालिकाओं एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के हितग्राहियों का ईकेवायसी एवं डीबीटी कराने के लिए विशेष कैंप लगाए जाएंगे। ऐसी लाड़ली बालिआये जिनके द्वारा किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट, उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की गई हो उनका सम्मान किया जाएगा।