Why is Number 2 Lakh Less : लाड़ली बहनों की संख्या 2 लाख कम क्यों हुई!

विपक्ष ने सरकार को घेरा, तो सरकार की तरफ से अधिकारी ने सफाई दी! 

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Why is Number 2 Lakh Less : लाड़ली बहनों की संख्या 2 लाख कम क्यों हुई!

 

Bhopal : ‘लाड़ली बहना योजना’ की 8वीं किस्त जारी कर दी गई। बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में 1576 करोड़ की राशि ट्रांसफर की। इससे पहले 1.31 करोड़ बहनों को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में कुल 1269 करोड़ रुपए की धनराशि दी गई थी। लाड़ली बहनों की संख्या घटने को लेकर अब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बीजेपी सरकार को घेरा। विभाग की एक अधिकारी ने संख्या घटने का कारण बताया।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट डालकर बीजेपी की मोहन यादव सरकार पर लाड़ली बहनों की संख्या कम करने के आरोप लगाए।

 

उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा 

 

नई सरकार ने घटाई 2 लाख लाड़ली बहना !! झूठे विज्ञापनों की सच्चाई।

क़र्ज़ का बोझ नहीं ढो पा रही विज्ञापन से बनी भाजपा सरकार

प्रदेश की लाखों लाडली बहनों से झूठ बोल कर वोट ले लिए और अब उन्ही में से 2 लाख बहनों की छंटनी कर दी,

जब सितंबर में शिवराज CM थे, तब लाडली बहनों की संख्या 1.31 करोड़ थी, अब नए CM मोहन यादव जी ने इस संख्या को छाँटकर 1.29 करोड़ कर दिया है यानी 2 लाख तो नई सरकार बनते ही घटा दी।

सरकारी विज्ञापन इसका प्रमाण है, जनता खुद देखे

लोकसभा चुनाव के बाद ये संख्या कितनी बचेगी, ये तो नए CM @DrMohanYadav51 ही तय करंगे। नए CM क्यों चाहेंगे कि लाड़ली बहना के ‘प्यारे भैया’ शिवराज जी ही बने रहें और मोहन यादव जी आपकी योजना को कर्ज लेकर ढोते रहें!

‘लाड़ली बहना योजना’ को लेकर लोगों की शंका गलत नहीं है कि CM बदलते ही इस योजना पर तलवार लटकी है।

सरकार भले #BJP की है, पर CM का चेहरा तो नया है!

अब लाड़ली बहनों को भी समझ आ रहा है कि ये #BJP का चुनावी पाखंड था, जिसका रंग उतरने लगा है!

 

सरकार की तरफ से सफाई 

जबकि, इस विषय में महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी ने कहा कि लाड़ली बहना योजना का लाभ 21 से 60 साल तक की उम्र की महिलाओं को मिलता है। इस साल जनवरी माह तक 1.31 करोड़ के आंकड़े में से कुछ महिलाएं आयु सीमा को पार कर गईं, तो कुछ की मत्यु हो गई। यानी कि 2 लाख महिलाएं योजना की पात्र नहीं रहीं, इसलिए 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों को योजना का लाभ दिया गया। लाड़ली बहनों से जुड़े आंकड़े समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन के पोर्टल के आधार पर तय किए जाते हैं।

 

शिवराज ने किया था 3000 का वादा

प्रदेश में ‘लाड़ली बहना योजना’ की शुरुआत मार्च माह में हुई थी। जून के महीने से इस योजना की पात्र महिलाओं के खाते में 1000-1000 हजार रुपए आने लगे। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अक्टूबर से यह राशि बढ़ाकर 1250 रुपए कर दी। आचार संहिता लागू होने से पहले शिवराज ने दावा किया कि नई सरकार में हम इस राशि को 1500 रुपए और फिर 3000 रुपए तक करेंगे। नई सरकार में बची हुई लाड़ली बहनों का रजिस्ट्रेशन होगा। दिसंबर तक पूरे प्रदेश में लाड़ली बहना योजना की 1.31 करोड़ लाभार्थी थीं।