Veteran Creators Gathered : ‘सुनें कहानी-12’ में जुटे दिग्गज रचनाकार!
Mumbai : आज पढ़ी गयी दोनों कहानियाँ हमारे मौजूदा समय और समाज का आईना हैं। आज के दौर में हम रिश्ते नहीं नहीं निभा रहे गेम’ खेल रहे हैं।यही शिवेंद्र की कहानी का सच है। यह दोनों कथाकार मौजूदा हिंदी कहानी का समकाल हैं, इन्हें पढ़ना सुखकर है। यह विचार वरिष्ठ कथाकार एसआर हरनोट ने ‘सुनें कहानी-12’ में शिवेंद्र की कहानी ‘गेम’ व विमलचन्द्र पांडेय की कहानी ‘जिंदादिल’ पर व्यक्त किए।
कथाकार,पत्रकार व ‘कथा’ के संयोजक हरीश पाठक ने कहा कि कहानी को न पाठक मिलते हैं, न श्रोता कहने वाले। जबकि, आज देखें की खचाखच भरा यह सभागार कथाकारों से ही सजा है। इस वक्त इस सभागार में 14 कथाकार मौजूद हैं। यह मेरे सपने का सच है। ‘कथा’ व ‘श्रुति संवाद साहित्य कला अकादमी’ द्वारा आयोजित इस अभिनव आयोजन में शिवेंद्र की कहानी ‘गेम’ का पाठ विवेक अग्रवाल ने व उसकी समीक्षा डॉ रवींद्र कात्यायन ने की। विमल चंद्र पांडेय की कहानी ‘जिंदादिल’ का पाठ प्रियम्वदा रस्तोगी ने किया व उसकी समीक्षा डॉ रीता दास राम ने की। दोनों कथाकारों ने अपनी बात भी बेलाग अंदाज में रखी।
कार्यक्रम का संचालन अरविंद राही ने किया व स्वागत भाषण कमलेश पाठक ने दिया। इस मौके पर वरिष्ठ कथाकार केवल सूद, गंगाराम राजी, रमाकांत शर्मा, मंजु श्री, अलका अग्रवाल, अनामिका शर्मा, प्रदीप श्रीवास्तव, अभिनेत्री श्रुति भट्टाचार्य, गजलकार गौतम, कवयित्री प्रज्ञा पद्मजा, व्यंग्यकार केपी सक्सेना दूसरे, होंसला प्रसाद अन्वेषी, श्रीधर मिश्र, प्रदीप कुमार, प्रमिला चौहान, दीनदयाल मुरारका, बनमाली चतुर्वेदी, सविता मनचंदा, गायक सुरेश शुक्ला, पत्रकार-संपादक विजय सिंह, आदित्य दुबे, राजकुमार सिंह, फिरोज खान, सुरेंद्र मिश्र आदि कला, संस्कृति, साहित्य व फिल्म से जुड़े लोग उपस्थित थे। सभागार में लगा आर के पब्लिकेशन का स्टॉल आकर्षण का केंद्र बना।