One-Way Trial Ends : वन-वे का ट्रायल ख़त्म, स्थाई वन-वे बने, ई-रिक्शा के नए रजिस्ट्रेशन नहीं!
Indore : शुक्रवार को हुई जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में ट्रैफिक सुधार को लेकर तीन बड़े फैसले लिए गए। जवाहर मार्ग और एमजी रोड को स्थायी रूप से वन-वे घोषित कर दिया गया। दोनों मार्गों पर अब सिग्नल बढ़ाए जाएंगे। कनेक्टिंग रोड को चौड़ा किया जाएगा। ई-रिक्शा का बोझ सड़कों पर न आए, इसके लिए नए रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई जाएगी। ई-रिक्शा के रूट 15 दिन में तय होंगे।
यह बैठक कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में हुई जिसमें पहला मुद्दा जवाहर मार्ग और एमजी रोड का आया। कलेक्टर ने बताया दोनों मार्गों को अधिकृत रूप से वन-वे घोषित किया गया है। शहर में ई-रिक्शा की संख्या ज्यादा है। सबकी सहमति से प्रस्ताव आया है कि नए ई-रिक्शा का पंजीयन न किया जाए। शहर के हिसाब से देखें तो जितनी क्षमता है, उससे ज्यादा संख्या इन रिक्शा की हो गई है। राज्य शासन को प्रस्ताव भेजेंगे कि इंदौर के लिए ई-रिक्शा का पंजीयन बंद हो। बैठक में निगम आयुक्त हर्षिका सिंह, जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन, एसपी ग्रामीण सुनील गोयल भी थे।
दोनों वन-वे में सुधार होगा
8 जनवरी को दोनों मार्ग वन-वे किए गए थे। 26 दिन तक इनका ट्रायल पीरियड रहा, इसके बाद अब इन्हें स्थाई वन-वे बना दिया गया है। 1.8 किमी लम्बाई का जवाहर मार्ग और 1.7 किमी लम्बाई का एमजी रोड अब वन-वे होगा। इन दोनों मार्गों पर रोज करीब 10 लाख वाहन चलते हैं। इन दोनों मार्गों के व्यापारियों के लिए पार्किंग तय करने का भी बैठक में फैसला किया गया।
बैठक में लिए अन्य फैसले
बैठक में यह भी तय किया गया कि यातायात सुधार को देखते हुए सभी ब्लैक स्पॉट पर सुधार किए जाएंगे। कोशिश होगी कि पूरे जिले की सीमा में एक भी ब्लैक स्पॉट न हो। मार्केट के दुकान मालिकों व कर्मचारियों के वाहनों को नगर निगम द्वारा संचालित पार्किंग स्थल पर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। निगम ने छत्रीपुरा पर जो नई पार्किंग बनाई है, इसका उपयोग वहां काम करने वाले व्यापारी और कर्मचारी दोनों करेंगे। शहर के चिह्नित चौराहों पर सिग्नल भी लगाए जाएंगे। लेफ्ट टर्न भी सुधारेंगे। देवगुराड़िया रोड पर रेत के डंपर अवैध रूप से पार्किंग नहीं हो। उन्हें तय स्थान उपलब्ध कराया जाएगा।