Undisciplined IAS : अनुशासनहीनता के आरोप में IAS को कंपल्सरी रिटायर किया जाएगा!
Chandigarh : हरियाणा कैडर की IAS रानी नागर को सरकार बहुत जल्द रिटायर करने जा रही है। बताया जा रहा है कि सरकार ने उन्हें कंपल्सरी रिटायरमेंट देने की तैयारी कर ली है। इस बाबत प्रदेश सरकार की ओर से केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया था। अब मंत्रालय की तरफ से गुरुवार को यह प्रस्ताव UPSC को भेजा गया। वे बिना किसी सूचना के लंबे समय तक डयूटी से अनुपस्थित रही हैं।
2014 बैच की यह आईएएस पहले भी एक बार इस्तीफा दे चुकी हैं। इससे हरियाणा में राजनीति शुरू हो गई थी। इसके बाद उन्होंने एक मंत्री के आग्रह पर अपना इस्तीफा वापस लिया था। नागर लंबे समय तक छुट्टी पर रहीं। छुट्टियों की अवधि खत्म होने के बाद सरकार ने उनकी छुट्टियां अस्वीकार कर दी तो वे गैरहाजिर रहीं।
सरकार ने रानी नागर से मेडिकल की मांग करते हुए एक विशेष प्रकार का टेस्ट करवाने के लिए PGI रोहतक को लिखा, तो उन्होंने टेस्ट करवाने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद वे चंडीगढ़ के सिविल सचिवालय आने लगी और चौथी मंजिल पर पूरा दिन प्रतीक्षालय में बैठी रहती। चौथी मंजिल पर ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का कार्यालय है। रानी नागर की स्थिति को देखते हुए सरकार ने उनका प्रवेश पत्र रद्द करके सचिवालय की सुरक्षा को सूचित कर दिया। इसके बाद उनकी कंपल्सरी रिटायरमेंट की फाइल केंद्र को भेज दी गई।
हरियाणा सरकार ने अपने प्रस्ताव में रानी नागर पर ड्यूटी से गैरहाजिर रहने, बार-बार निर्देश देने के बावजूद मेडिकल टेस्ट न करवाने और ड्यूटी के दौरान अनुशासनहीनता करने के आरोप लगाए हैं। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है। हरियाणा सरकार के प्रस्ताव को अब UPSC को वैधानिक सलाह के लिए भेज दिया गया है। सरकार ने जल्द फैसले के लिए इस प्रस्ताव को सिंगल विंडो सिस्टम के तहत पेश करने के लिए कहा है।