Blood Fraud : ब्लड दिलाने के नाम पर मरीज के परिजनों से ठगी करने वाले 2 आरोपी पकड़ाए!

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Blood Fraud : ब्लड दिलाने के नाम पर मरीज के परिजनों से ठगी करने वाले 2 आरोपी पकड़ाए!

Ratlam : शहर के जिला अस्पताल में ब्लड दिलवाने के नाम पर मरीज के परिजनों से ढाई हजार रुपए की मांग करने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। ब्लड के नाम पर रुपए एंठने के मामले में फरियादी रमेश पिता राधा किशन डोडियार की रिपोर्ट पर शहर के थाना स्टेशन रोड पर अपराध दर्ज किया था।

बता दें कि फरियादी रमेश से 14 फरवरी को परमेश्वर नाम के व्यक्ति ने सरकारी अस्पताल के साईकिल स्टेण्ड पर 2 बोतल ब्लड के नाम पर धोखाधडी करते हुए 25 सौ रूपए ले लिए थे। जिसकी रिपोर्ट पर थाना स्टेशन रोड पर अपराध क्रमांक 162/24 धारा 420 भादवि का पंजिबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।

मामले में एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देश पर स्टेशन रोड थाना प्रभारी निरीक्षक बी.आर. वर्मा ने उप निरीक्षक इन्द्रपालसिंह राठौर को मामले की पड़ताल करने निर्देश दिए राठौर द्वारा आरोपी परमेश्वर (40) पिता लालुजी परमार निवासी पिपलौदा रोड़ सैलाना को हिरासत में लेकर पुछताछ की तो परमेश्वर ने बताया कि उसे पर्वतसिंह (26) पिता मनोहर सिंह भाटी निवासी ग्राम अमलेटा ने बताया था कि किसी को ब्लड की आवश्यकता हो तो बताए। जिससे आरोपी परमेश्वर द्वारा फोन करके आरोपी पर्वत सिंह से बात की तो आरोपी पर्वत सिंह ने 2 बोतल ब्लड के 25 सौ रूपए लेने को कहा तो आरोपी परमेश्वर ने 25 सौ रूपए लेकर फरियादी रमेश को ब्लड बैंक जाने की कहा।

इसी दरम्यान आरोपी पर्वत सिंह ने फोन करके ब्लड बैंक मैनेजर नीरज गुप्ता को बोला उसने ग्राम जडवासा खुर्द में ब्लड कैम्प का आयोजन करवाकर ब्लड बैंक को 57 युनिट ब्लड उपलब्ध करवाया था। उसके परिचित रमेश डोडियार को 1 बोतल ब्लड उपलब्ध करवा दें। वह रतलाम आकर 1 यूनिट ब्लड ब्लड बैंक को उपलब्ध करवा देगा। जिससे ब्लड बैंक मैनेजर द्वारा रमेश को 1 यूनिट ब्लड उपलब्ध करवा दिया।

15.फरवरी.2024 को फरियादी रमेश पुनः बल्ड लेने पहुंचा तो ब्लड बैंक मैनेजर द्वारा मना करने पर उसने बताया कि उसने 2 बोतल ब्लड के लिए साईकिल स्टेण्ड पर परमेश्वर को 25 सौ रूपए दिए थे।

मैनेजर नीरज गुप्ता ने उसे बताया कि ब्लड बैंक में ब्लड के लिए रूपए नहीं देने पड़ते हैं। मैनेजर नीरज गुप्ता व रमेश डोडियार ने घटना की जानकारी सिविल सर्जन एम.एस. सागर को दी। तब सिविल सर्जन ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने का कहा फिर फरियादी रमेश ने पुलिस थाना स्टेशन रोड पर रिर्पोट की थी। पुलिस ने आरोपी परमेश्वर परमार को हिरासत में लेकर पुछताछ की तो उसने बताया उसने पर्वत सिंह के कहने पर धोखाधडी करते हुए रूपए लिए थे। उसने यह भी बताया कि 14 सौ रूपए उसने पर्वत सिंह को दे दिए थे और 11 सौ रूपए उसने स्वयं ने रख लिए थे। जिस पर आरोपी पर्वत सिंह भाटी निवासी अमलेटा को हिरासत में लिया। ब्लड बैंक मैनेजर नीरज गुप्ता से पुछताछ करने पर उन्होने भी इस घटना की पुष्टी की। पुलिस ने आरोपियों से ठगी गई राशि जप्त की।

इनकी रहीं सराहनीय भूमिका
थाना प्रभारी स्टेशन रोड निरीक्षक बी.आर.वर्मा, उप निरीक्षक इन्द्रपालसिंह राठौर, आरक्षक पवन मेहता, लोकेन्द्र सोनी, हेमराज, बबलु मेड़ा की भूमिका रहीं।