Mahashivratri : इस बार कई शुभ संयोगों को साथ ला रहा है शिवरात्रि का त्यौहार! 

किसी भी तरह की सिद्धि प्राप्ति के लिए यह योग बहुत उत्तम! 

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Mahashivratri : इस बार कई शुभ संयोगों को साथ ला रहा है शिवरात्रि का त्यौहार! 

Varanasi : भोले बाबा को प्रसन्न करने का सबसे बड़ा त्यौहार महाशिवरात्रि हर साल फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाए जाने का विधान है। इस वर्ष यह 8 मार्च 2024 दिन शुक्रवार को आ रहा है। हर शिव भक्त इस पावन दिन का बेसब्री से इंतजार करता है। लोक किंवदंतियों के अनुसार इस रोज भगवान शिव और माता पार्वती विवाह बंधन में बंधे थे। शिव-पार्वती के मंगलमय विवाह के अवसर पर देव, गंधर्व, यक्ष, असुर समेत संसार के सभी जीव शामिल हुए थे। तभी से हर साल यह दिन महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। इस शुभ मौके पर लोग शिव विवाह का आयोजन कर भक्ति और प्रेम के रंग में रंगे देखे जाते हैं।

हिंदू पंचांग के मुताबिक, वर्ष 2024 में महाशिवरात्रि बहुत ही शुभ घड़ी में आ रही है। इस तिथि पर बहुत सारे दुर्लभ योग बनने जा रहे हैं। शिव भक्ति से मन की हर इच्छा पूरी करने के साथ-साथ महापुण्य की प्राप्ति होगी। आप भी सुख और वैभव से अपनी झोली भरना चाहते हैं तो जानें शुभ योगों के बारे में!

महाशिवरात्रि शुभ योग

इस योग का आरंभ 8 मार्च 2024 की प्रात: 4:46 से आरंभ होकर 9 मार्च 2024 को देर रात 12:46 पर समाप्त होगा। शिव जी से संबंधित इस योग में महाशिवरात्रि का उत्सव मनाया जाएगा। जो शिव कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत मंगलमय है। विद्वान कहते हैं की इस दौरान शिव पूजा करने वाले की पुकार भोले बाबा तक बहुत जल्दी पहुंचती है।

 

सिद्ध योग

इस योग का आरंभ 9 मार्च 2024 की देर रात 12:46 से शुरू होगा और सूरज ढले 8:32 मिनट तक रहेगा। किसी भी तरह की सिद्धि प्राप्ति के लिए यह योग बहुत उत्तम है। इसके साथ-साथ यह योग निशिता काल मुहूर्त में आ रहा है। इस अंतराल में शिव आराधना करने से आपकी पूजा सिद्ध मानी जाएगी। जिस भी पूजा पद्धति के द्वारा आप भोलेनाथ की उपासना इस योग में करेंगे वह सिद्धि को प्राप्त होगी।

सर्वार्थ सिद्धि योग

इस योग का आरंभ 8 मार्च 2024 की प्रात: 6:38 से आरंभ होगा और 10:41 तक रहेगा। यह योग सभी कामों में सफलता देने वाला है। महाशिवरात्रि वाले दिन इस योग में पूजा करने से सभी काम सफल होंगे।

महाशिवरात्रि पूजा शुभ मुहूर्त

● निशिता काल प्रथम पूजा मुहूर्त – 9 मार्च 2024 की देर रात 12:07 से लेकर 12:56 तक।

● निशिता काल की कुल अवधि- 49 मिनट रहेगी।

● रात्रि प्रथम पूजा का शुभ मुहूर्त- 8 मार्च 2024 की शाम 6:25 से लेकर 9:28 तक।

● रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा का शुभ मुहूर्त- 8 मार्च 2024 की रात 9:28 से लेकर 9 मार्च 2024 की देर रात 12:31 मिनट तक।

● रात्रि तृतीय प्रहर पूजा का मुहूर्त- 9 मार्च 2024 की देर रात 12:31 से लेकर सुबह 3:34 तक।

● रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा का मुहूर्त- 9 मार्च 2024 की सुबह 3:34 से लेकर सुबह 6:37 तक।