Loksbha Elections: शेष 5 सीटों पर ये हो सकते है BJP उम्मीदवार!
भोपाल:प्रदेश की 5 सीटों पर भाजपा उम्मीदवार घोषित होने का इंजतार सभी कर रहे हैं। इन सीटों में कांग्रेस नेता कमलनाथ के गढ़ में इस बार महिला उम्मीदवार पर भाजपा दांव लगा सकती है। ऐसी संभावना है कि इस सीट पर उम्मीदवार का ऐलान सबसे आखिरी में होगा। वहीं बाकी की चार सीटों पर भी कई तरह के पेंच फंसे हुए हैं। जिन्हें दिल्ली में होने वाली पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में सुलझाया जाएगा। इसके बाद इन बची हुई पांचों सीटों पर इसी सप्ताह घोषित किए जाने की संभावना है। गौरतलब है कि प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 24 पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
नाथ के गढ़ में महिला की चुनौती
कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में फिलहाल भाजपा वेट एण्ड वॉच की स्थिति में हैं। इसी बीच यह भी चर्चा तेज है कि दिल्ली में होने वाली भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में यहां पर एक ही नाम पर विचार होगा। पूर्व विधायक एवं गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्टी की बेटी मोनिका बट्टी को भाजपा छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बना सकती है। मोनिका बट्टी को विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अमरवाड़ा सीट से चुनाव में उतारा था, लेकिन वे चुनाव हार गई। हार के बाद भी पार्टी उन्हें छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से उतार सकती है। इन चर्चाओं के बीच यह भी माना जा रहा है कि इस सीट पर भाजपा कोई बड़ा उलटफेर भी कर सकती और फिर उस उलटफेर के हिसाब से यहां पर उम्मीदवार को उतारा जाए।
इन सीटों पर नेताओं के सामंजस्य से होगा टिकट तय
बालाघाट और इंदौर में किसे टिकट दिया जाए यह इन दोनों लोकसभा क्षेत्रों के वरिष्ठ और प्रभावी नेताओं के बीच के सामंजस्य से तय किया जाएगा। बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसम बिसने के साथ ही युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार का नाम पैनल में हैं। इन दोनों में से ही किसे उम्मीदवार बनाया जाए, इस पर निर्णय होना है। वहीं इंदौर में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन सहित यहां के अन्य नेताओं के सामंजस्य में जो नाम उभर कर आएगा, उसे टिकट मिल सकता है। यहां से जीतू जिराती, दिव्या गुप्ता, सांसद शंकर ललवानी के नाम पैनल में हैं। वहीं धार में संघ का सर्वे मान्य होगा। यहां पर कई नाम चर्चा में हैं, पार्टी इस बार इस सीट को कठिन मान कर चल रही है, इसलिए यहां पर ऐसे उम्मीदवार को उतारने की तैयारी है जो हर हाल में जीत सके। वहीं उज्जैन सीट पर अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पसंद से ही उम्मीदवार बनाया जाएगा