Lok Adalat was Completed Flop : बिजली कंपनी ने 50 हजार को नोटिस भेजे, आए 5 हजार से भी कम!
Indore : पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के लिए लोक अदालत फ्लॉप शो साबित हुई। बिजली कंपनी ने लोक अदालत के लिए 50 हजार लोगों को नोटिस भेजने का दावा किया, लेकिन लोगों ने इसके लिए रुचि नहीं दिखाई। साफ हो चुका है तब पता चला है कि महज 4300 के करीब लोग ही लोक अदालत में पहुंचे। इसके बाद अधिकारी इस बात का विश्लेषण करने में लगे हैं कि क्या कारण रहा कि लोगों ने लोक अदालत में रुचि नहीं दिखाई।
यह आरोप भी लग रहे हैं कि बिजली कंपनी अफसर ने लोक अदालत का उचित प्रचार प्रसार नहीं किया। हालांकि 4300 के करीब लोगों के पहुंचने पर भी बिजली कंपनी ने एक करोड़ से ज्यादा की छूट प्रदान की। जानकारी अनुसार लोक अदालत को लेकर पश्चिम क्षेत्र बिजली कंपनी के अंतर्गत आने वाले इंदौर-उज्जैन संभाग के 15 जिलों में की प्रभावी तैयारी की गई। इसके साथ ही लोक अदालत में विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 126 एवं 135 के तहत दर्ज बिजली चोरी और अनियमितताओं के प्रकरणों में समझौता करने के लिए इंदौर शहर व ग्रामीण सहित अन्य जिलों में 50 हजार नोटिस जारी किए गए।
उम्मीद थी कि 25 हजार लोग आएंगे
बिजली अफसरों को उम्मीद थी कि लोक अदालत में 25 हजार से ज्यादा लोग समझौता करने आएंगे मगर ऐसा नहीं हुआ और लोक अदालत में कंपनी के अधीन 4352 प्रकरण निराकृत हुए।नियमानुसार 50 हजार रुपए तक के प्रकरणों पर 15 जिले में करीब 1 करोड़ 40 लाख रुपए की छूट उपभोक्ताओं को प्रकरणों के निराकरण पर दी गई है। लोक अदालत के दौरान कंपनी के 6 करोड़ 26 लाख रुपए के प्रकरणों का समाधान हुआ है।
हालांकि लोक अदालत लगने के पहले कंपनी क्षेत्र के 425 वितरण केंद्रों, जोन के माध्यम से तैयारी करने के साथ 50 हजार नोटिस लोगों को तामील कराए गए थे, लेकिन फिर भी लोग नहीं आए। इससे बिजली वितरण कंपनी के अफसरों पर सवालिया निशान लग रहे हैं, क्योंकि उन्होंने लोक अदालत को लेकर सही ढंग से प्रचार-प्रसार नहीं किया। बताया जा रहा है कि लोक अदालत में टारगेट के हिसाब से प्रकरणों का निराकरण न होने जल्द ही अफसरों की क्लास लगेगी।