लो बज गई लोकसभा आम चुनाव की रणभेरी!,विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के सबसे बड़े त्यौहार के लिए तैयार है भारत….
गोपेन्द्र नाथ भट्ट की विशेष रिपोर्ट
नई दिल्ली। लो बज गई… लोकसभा आम चुनाव की रणभेरी ! विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के सबसे बड़े त्यौहार के लिए अब भारत तैयार है ।
भारत निर्वाचन आयोग ने 18 वीं लोकसभा की 543 सीटों के चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है । देश में 19 अप्रैल से 1 जून 2024 तक सात चरणों में लोकसभा के चुनाव के लिए मतदान का कार्य होंगा तथा 04 जून को वोटों की गिनती की जायेगी। उल्लेखनीय है कि 17 वीं लोकसभा का कार्यकाल आगामी 16 जून को पूरा हो रहा है। इसके पहले नियमानुसार नई लोकसभा का गठन होंगा।
निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के साथ ही चार प्रदेशों सिक्किम,ओडिशा, अरूणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों की तिथियों की घोषणा भी कर दी है। साथ ही देश के विभिन्न प्रदेशों की 26 विधानसभा सीटों के उप चुनाव इन चुनावों के साथ ही कराने का ऐलान भी किया है। लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही शनिवार से पूरे देश में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है।
भारत के मुख्य चुनाव आयोग आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक बड़ी प्रेस कांन्फ्रेंस में लोकसभा चुनाव के लिए 46 दिनों के चुनाव शेड्यूल की घोषणा की। प्रेस कान्फ्रेंस में नव नियुक्त चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू तथा निर्वाचन आयोग के अधिकारीगण मौजूद थे।
राजस्थान में दो चरणों में 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के चुनाव होंगे। साथ ही दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी बहुल बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा विधानसभा सीट पर उप चुनाव भी होंगा। बागीदौरा के विधायक और दिग्गज आदिवासी नेता महेन्द्र जीत मालविया के कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा की टिकट पर बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लडने के कारण विधान सभा की यह सीट खाली हुई है।
राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को 12 सीटों पर मतदान होगा जिसमें जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, बीकानेर, श्रीगंगानगर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर,अलवर,भरतपुर, करौली धौलपुर, दौसा में मतदान होंगा। दूसरे चरण में 26 अप्रैल को प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, पाली, राजसमंद, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, बांसवाड़ा-डूंगरपुर,कोटा, टोंक-सवाईमाधोपुर, झालावाड़-बांरा में मतदान होगा।
22 राज्यों में एक ही चरण में मतदान
देश के 22 राज्यों में एक ही तारीख को लोकसभा के चुनाव संपन्न होंगे जबकि 4 राज्यों राजस्थान, कर्नाटक,त्रिपुरा और मणिपुर में दो चरणों, 2 राज्यों छत्तीसगढ़ और असम में 3 चरणों, 3 राज्यों ओडिशा, मध्य प्रदेश, झारखंड में 4 चरणों, 2 राज्यों महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में 5 चरणों, 3 राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में 7 चऱणों में मतदान होगा।
19 अप्रैल को पहले चरण में 102 सीटों पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 89 सीटों पर तीसरे चरण में 7 मई को 94 सीटों पर , चौथे चरण में 13 मई को 96 सीटों पर, 5वें चरण में 20 मई को 49 सीटों पर , छठे चरण में 25 मई को 57 सीटों पर तथा 7वें चरण में 1 जून को 57 सीटों पर मतदान होगा, जबकि 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि लोकसभा चुनाव में देश में 97 करोड़ 88 लाख 21926 मतदाता वोटिंग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार मतदाता सूचियों में 18 से 29 साल की उम्र वाले करीब 2 करोड़ नये वोटर्स जुड़े है। उन्होंने बताया कि 2019 के मुकाबले पंजीकृत वोटर्स की संख्या में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। साथ ही जेंडर अनुपात भी 2023 की तुलना में 940 से बढ़कर 2024 में 948 पहुंच गया है।
देश में बनेंगे साढ़े 10 लाख पोलिंग बूथ
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग की टीम चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमने पिछले 2 साल से चुनाव की तैयारियां की है। देशभर में साढ़े 10 लाख पोलिंग बूथ है। चुनाव के लिए 1.5 करोड़ पोलिंग अफसर तैनात होंगे। साथ ही वोटिंग के लिए 55 लाख ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल होगा। देश में 97 करोड़ 89 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेगे। इसमें करीब 21 करोड़ युवा मतदाता शामिल हैं जिनमे 1 करोड़ 82 लाख युवा मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। चुनाव कार्य के लिए चार लाख गाड़ियों का इस्तेमाल होगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ने यह भी बताया कि देश में 29 साल तक के साढ़े 21 करोड़ वोटर युवा हैं। इनमें 1.82 करोड़ फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं। ये सभी लोग अपना भविष्य तय करने के लिए वोट करेंगे। उन्होंने बताया कि देश में कुल 97 करोड़ 88 लाख 21926 मतदाता है,जिनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47.1करोड़ से महिलाएं शामिल है। सीईसी ने यह भी बताया कि आईसीदेश में 48 हजार ट्रांसजेंडर, 85 साल से ज्यादा की उम्र के 82 लाख लोग है जबकि 2 लाख 18 हजार 100 साल से ज्यादा के मतदाता हैं। साथ ही सर्विस वोटर की संख्या 19 लाख से अधिक तथा दिव्यांग वोटरों की संख्या 88.4 लाख हैं। देश के 12 राज्यों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि पूरे देश मे पहली बार एक साथ 85 से अधिक उम्र के 45 प्रतिशत से ज्यादा शारीरिक दृष्टि से कमजोर लोगों की उनके घर पर ही मतदान की सुविधा मुहैया कराने की व्यवस्था की गई है।
सीईसी ने बताया कि पिछले सवा साल के भीतर चुनाव आयोग ने 11 विधान सभाओं के चुनाव कराए है। ये सभी चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से हुए हैं तथा इसमें कोर्ट केस एवं कोर्ट की टिप्पणियां भी कम हुई है। साथ ही फेक न्यूज पर एक्शन लेने का तरीका बहुत मजबूत हुआ है।
मुख्य चुनाव आयोग आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस वार्ता के मध्य कई शेरो शायरी तथा कहावतें सुनाई और कहा कि हमारा वादा है कि हम राष्ट्रीय चुनाव इस तरह से कराएंगे. जिससे विश्व मंच पर भारत की चमक बढ़ सके। हर चुनाव संविधान की ओर से सौंपी गई एक पवित्र जिम्मेदारी है। चुनाव आयोग निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर अटल है। ये हमारे लिए ऐतिहासिक मौका है। भारत के चुनाव पर पूरी दुनिया की नजर है। भारत में चुनाव लोकतंत्र का पर्व है। चुनाव का यह पर्व,देश का गर्व है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने आगे कहा “चार ‘एम’ बाहुबल (मसल), पैसा (मनी), गलत सूचना (मिसइंफॉर्मेशन) और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन (मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट) से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है।आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों को अपने बारे में जानकारी देनी होगी। विभिन्न पार्टियों को भी चुनाव आयोग को इसकी जानकारी देनी होगी। वहीं आम लोग सी-विजिल एप से चुनाव आयोग को शिकायत कर सकेंगे। दागी उम्मीदवार को अखबार में भी जानकारी देनी होगी। उन्होंने दोहराया कि हम हिंसा मुक्त चुनाव कराना चाहते हैं। ड्रोन से इंटरनेशनल बॉर्डर की निगरानी होगी। शिकायत करने के लिए टोल फ्री नंबर 1950 रखा है।
उन्होंने बताया किदेश के हर जिले में एक कंट्रोल रूम होगा। संवेदनशील बूथों की वेब कॉस्टिंग होगी। ड्रोन से चैक पोस्टों की निगरानी होगी। हम चुनाव में धन बल पैसों का दुरुपयोग भी नहीं होने देंगे तथा कालेधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आयोग ने पिछले चुनावों में अब तक 3400 करोड़ रुपए जब्त किए है जिनमें गुजरात में 802 तथा राजस्थान में 704 करोड़ रु जब्त किए गए है।
सी ई सी ने कहा कि चुनाव आयोग का उद्देश्य हमेशा की तरह वोट प्रतिशत को बढ़ाना है। उन्होंने मीडिया और मतदाताओं से अपील की कि वे अधिकाधिक मतदान के लिए सभी को प्रेरित करने में आयोग का सहयोग करें।
अधूरी हसरतों का इल्जाम हर बार हम पर लगाना ठीक नहीं…..
उन्होंने मीडिया के कई सवालों के जवाब भी दिए । ईवीएम पर सवालों का जवाब देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा… ‘अधूरी हसरतों का इल्जाम हर बार हम पर लगाना ठीक नहीं, वफा खुद से नहीं होती ख़ता ईवीएम की कहते हो, बाद में गोया जब परिणाम आता है, तो उस पर कायम भी नहीं रहते हो’ बोले… रात में लिखा। यह मैं नहीं कह रहा हूं, ईवीएम कह रही है।
दुश्मनी जमकर करो, मगर ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा ना हों…
इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा “मैं राजनीतिक दलों से अपील करता हूं कि वे डेकोरम मेंटेन रखें। अपनी स्पीच में निजी हमले न करें। इसके बाद उन्होंने बद्र साहब का शेर पढ़ा “दुश्मनी जमकर करो, लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों। उन्होंने आगे कहा कि वैसे भी आजकल जल्दी-जल्दी दोस्त बनने और जल्दी-जल्दी दुश्मन बनने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि अगर एक बार लड़ाई हो जाती है तो प्रेम का धागा टूट जाता है फिर गांठ पड़ जाती है और रिश्ता पहले जैसा नहीं रहता।
झूठ के बाजार में रौनक तो बहुत हैं…
उन्होंने आगे कहा, “झूठ के बाजार में रौनक तो बहुत हैं… पकड़ भी लोगे तो क्या मिल जाएगा धोखे के सिवा…. इसके बाद उन्होंने आगे कहा कि फेक न्यूज रोकने का इंतजाम किया गया है। गलत सूचना रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। राजनीतिक पार्टियों के लिए एडवाइजरी जारी की गई हैं।
प्रमुख आयुक्त की शायरियां सुनकर लोगों की हंसी छूट गई। लोगों को उनके तंज कसने का अंदाज काफी पसंद आया। सोशल मीडिया पर भी प्रमुख आयुक्त की शायरी शेयर हो रही हैं।