जहां 1500 से अधिक मतदाता वहां बनेंगे सहायक मतदान केन्द्र
भोपाल:मध्यप्रदेश में इस बार ऐसे 367 मतदान केन्द्रों पर सहायक मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे जहां पंद्रह सौ से अधिक मतदाता है। चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव में 1550 मतदाताओं से अधिक होंने पर सहायक मतदान केन्द्र बनाने का निर्णय लिया था इसमें बदलाव करते हुए अब 1500 मतदाता से अधिक होंने पर ही सहायक मतदान केन्द्र बनाए जा रहे है।
प्रदेश में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 64 हजार 523 है। 1500 से अधिक मतदाताओं वाले चिन्हित 367 मतदान केंद्रों में सहायक मतदान केंद्र बनाने का प्रस्ताव भारत निर्वाचन आयोग को भेजा गया है। ये सहायक मतदान केन्द्र उन्हीं स्थानों पर बनाए जाएंगे जहां मुख्य मतदान केन्द्र है। सहायक मतदान केन्द्रों पर पहुंचने के लिए मतदाताओं को ज्यादा दूरी तय नहीं करना पड़ेगा।
मतदान से दस दिन पहले बटेगी मतदाता पर्ची-
प्रदेश में सभी 29 लोकसभा सीटों पर चुनाव के लिए मतदाताओं को घर-घर जाकर मतदाता पर्ची का वितरण किया जाएगा। इसमें बीएलओ और अन्य मतदान कर्मिचों की ड्यूटी लगाई जाएगी। लोकसभा चुनाव में मतदाता पर्ची का वितरण पृथक-पृथक चरणों में मतदान तिथि से 10 दिन पहले प्रारंभ कर दिया जाएगा। यह कार्य मतदान दिवस के 5 दिन पहले ही पूरा कर लिया जायेगा। मतदाता पर्ची वितरण के लिए इस बार स्वयंसेवी संस्थाओं और राजनीतिक दलो की मदद भी चुनाव आयोग लेगा।