Water Revolution of Shahdol in PMs Man ki baat: जब परित्यक्त कुआं जल समृद्ध होकर राष्ट्र व्यापी सुर्ख़ी बना!
पिछली ग्रीष्म ऋतु में जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शहडोल भ्रमण के लिये हमने जो अमराई पसंद की वह भोपाल से दिल्ली तक सबको पसंद आई लेकिन कार्यक्रम स्थल पर एक सूखा कुआँ सुरक्षा एजेंसियों को खल रहा था उसे पूरने के निर्देश मिले .मैंने इसका विरोध किया तो कुएँ की जान बच गई। सुरक्षा एजेंसियाँ भी लोहे की जाली से कुएँ को ढकने के विचार से संतुष्ट हो गईं.
अगले दिन एक बड़े अख़बार ने उस कुए की तस्वीर एक टैंकर के साथ छापकर बताया कि कुएँ में टैंकर से पानी भरा जा रहा है .मैंने तत्काल सच्चाई जानी तो पता लगा कार्यक्रम स्थल पर जो अन्य निर्माण हो रहा था टैंकर उसमें पानी दे रहा था न कि कुएँ में किंतु चटपटी खबर देने की हड़बड़ी में तथ्यों की परवाह कौन करे ?
पीएम का दौरा सानंद संपन्न हुआ .दौरे के चार बाद मैं अपनी टीम के साथ पकरिया गाँव वापस पंहुचा और कुआँ रिचार्ज कार्यक्रम का शुभारंभ किया .कृषि ,राजस्व ,पंचायतों के समन्वय से संभाग में हज़ारों कुएँ जल समृद्ध हो गए .हम लोग गाँव गाँव घूमकर जल क्रांति को व्यापक बनाने का प्रयत्न कर रहे थे तभी सूचना मिली कि आगामी मन की बात में प्रधान मंत्री जी शहडोल की फुटबॉल क्रांति के बारे में देश को बतायेंगे .पूरे संभाग में ख़ुशी की लहर दौड़ गई .नियत तिथि को हम लोग अपने रेडियो और टीवी ट्यून करके बैठ गए .पीएम की ऊर्जस्वित वाणी से हमने शहडोल की फुटबॉल क्रांति की प्रशंसा सुनी किंतु सुखद आश्चर्य तब चरम पर पंहुचा जब पकरिया के सूखे कुओं को वर्षा जल से लबालब भरने का विवरण प्रधान मंत्री जी ने देश के सामने रखा .हमारी टीम ने यह कल्पना भी नहीं की थी कि प्रधान मंत्री जी मैदानी स्थिति से इस कदर अपडेट होंगे .पकरिया का सूखा परित्यक्त कुआँ जल समृद्ध होकर राष्ट्र व्यापी सुर्ख़ी बन गया था .