क्या यह छिंदवाड़ा के नाथ परिवार से मुक्त होने की आहट है…
अब अगर छिंदवाड़ा की बात करें तो अक्सर हर दिन यही खबर सामने आती है कि नाथ के किस-किस करीबी ने मोदी की विचारधारा से प्रेरित होकर भाजपा का दामन थामा है। लगता है कि छिंदवाड़ा में मतदान के दिन तक यह सिलसिला चलता रहेगा। एक अप्रैल 2024 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के समक्ष मुख्यमंत्री निवास में छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके, सभापति प्रमोद शर्मा सहित कांग्रेस पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री ने नाथ परिवार पर निशाना साधा कि छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा से विधायक कमलेश शाह को बेईमान व गद्दार बोलना कमलनाथ के सांसद बेटे और छिंदवाड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ को शोभा नहीं देता। आदिवासी भाइयों का अपमान करना कांग्रेस और कांग्रेस नेताओं की पुरानी आदत है। कांग्रेस ने जनजातीय समाज को हमेशा वोट बैंक समझा और विकास से उन्हें दूर रखा। कमलनाथ छिंदवाड़ा में एक्सपोज हो चुके हैं। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा का विकास करने की बजाय अपने परिवार का विकास किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस लोकसभा चुनाव में छिंदवाड़ा में भी कमल खिलेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि छिंदवाड़ा में कमलनाथ ने बहुत गडबड़ की है और नकुलनाथ ने आदिवासी भाइयों का अपमान किया है। गौंड समाज के अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह को बेईमान और गद्दार बोलना नकुलनाथ को शोभा नहीं देता है। इससे आहत होकर छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम अहाके सहित कांग्रेस पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है।छिंदवाड़ा के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि छिंदवाड़ा के अंदर कमलनाथ एक्सपोज हो गए हैं। आयकर विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस कार्यालय से लेकर कमलनाथ आवास तक सब भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। जिसके कारण भ्रष्टाचारी करप्शननाथ कमलनाथ के प्रति छिंदवाड़ा की जनता एवं जनप्रतिनिधियों में भारी आक्रोश है। छिंदवाड़ा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरीब कल्याण की योजनाओं का गढ़ है और अब जनता ने तय कर लिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में छिंदवाड़ा में भी कमल का फूल खिलेगा। आदिवासी अपमान से आहत छिंदवाड़ा का आदिवासी समाज कांग्रेस को इस अपमान का जवाब देगा और प्रचंड जीत के साथ प्रत्येक बूथ पर भारतीय जनता पार्टी विजय हासिल करेगी।
तो कमल दल में शामिल हुए छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम अहाके ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आदिवासी समाज को कभी सम्मान नहीं दिया। जनजातीय समाज को कांग्रेस न सिर्फ वोट बैंक समझा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनकल्याणकारी योजनाओं और भाजपा की रीति-नीति से प्रभावित होकर मैंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है और अब प्रधानमंत्री के नेतृत्व में छिंदवाड़ा को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए कार्य करूंगा।
छिंदवाड़ा में नाथ के करीबी सैकड़ों कांग्रेस नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है। दीपक सक्सेना तो मानो कमलनाथ की परछाई की तरह माने जाते थे। तो छिंदवाड़ा जिले के विधायक हों, महापौर हो या दूसरे कांग्रेस नेता सब करीबी तो नाथ के ही थे। पर अब लग रहा है कि कुछ समय बाद छिंदवाड़ा में कांग्रेस का पर्याय नाथ परिवार ही पार्टी में बचेगा और बाकी सब कमल का दामन थाम लेंगे। और छिंदवाड़ा कांग्रेस मुक्त जिला बनकर इस संसदीय क्षेत्र में खिले कमल का स्वागत करेगा। तो क्या कांग्रेस से थोक में हो रहे पलायन को इस लोकसभा चुनाव में यह संकेत माना जाए कि यह छिंदवाड़ा के नाथ परिवार से मुक्त होने की आहट है और छटपटाहट भी है.
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