New Peak of Indian Stock Market : 400 लाख करोड़ के पार पहुंचा बीएसई का एमकैप, BSE का इतिहास बना!

5 ट्रिलियन डॉलर की दहलीज पर पहुंचने की सुगबुगाहट!

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New Peak of Indian Stock Market : 400 लाख करोड़ के पार पहुंचा बीएसई का एमकैप, BSE का इतिहास बना!

 

Mumbai : नए वित्तीय साल में नया सर्वकालिक उच्च स्तर हासिल करने के बाद आज शेयर बाजार में सोमवार को घरेलू बाजार के नाम नया इतिहास बना। इतिहास में यह पहली बार हुआ, जब बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का सम्मिलित एमकैप 400 लाख करोड़ रुपए के पार निकल गया। भारतीय शेयर बाजार में लंबे समय से ऐतिहासिक बढ़त पर है। यह बढ़त अभी भी जारी है। घरेलू शेयर बाजार लगातार नई ऊंचाई हासिल कर नए रिकॉर्ड बना रहा है। लेकिन, यह आंकड़े शाम तक रहेंगे, इसे लेकर संदेह है।
घरेलू शेयर बाजार नए वित्त वर्ष 2024-25 के पहले दिन नई ऊंचाई छूने में सफल रहा। बाजार ने खुलने के कुछ ही देर में नए सर्वकालिक उच्च स्तर का रिकॉर्ड बनाया। सोमवार के शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स 74,673.84 अंक पर आया और निफ्टी 22,630.90 अंक का नया उच्च स्तर छू लिया। इससे पहले पिछले सप्ताह के दौरान भी दोनों प्रमुख सूचकांकों ने नया शिखर छुआ था। पिछले एक साल के दौरान घरेलू बाजार में 25% से 30% की रेंज में तेजी आई।

198 शेयरों पर अपर सर्किट
सोमवार सुबह के कारोबार में बीएसई पर लिस्टेड ज्यादातर कंपनियों के शेयर फायदे में रहे। सुबह के कारोबार में 3,289 कंपनियों के शेयरों में ट्रेडिंग हुआ, जिनमें 1,936 शेयर फायदे में थे। जबकि, 1,205 नुकसान में। वहीं 148 शेयर स्थिर थे। ग्रीन जोन में ट्रेड कर रहे शेयरों में 166 ने आज पिछले एक साल का हाई लेवल छुआ। आज के कारोबार में 198 शेयरों ने अपर सर्किट लगाया।

बीएसई का एमकैप (बाजार पंजीकरण) इस ऊंचाई पर
कई शेयरों में आई तेजी का फायदा ओवरऑल घरेलू शेयर बाजार को हुआ। बीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, सुबह के सेशन में बीएसई पर लिस्ट सभी कंपनियों का सम्मिलित बाजार पूंजीकरण 4,00,88,716.04 करोड़ पर पहुंच गया। यह पहली बार है, जब किसी भारतीय शेयर बाजार का एमकैप 400 लाख करोड़ रुपये के पार निकला।

5 ट्रिलियन डॉलर की दहलीज पर
यदि इस बढ़त को डॉलर में देखें तो बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का एमकैप अब 4.81 ट्रिलियन डॉलर हो गया। बीएसई का एमकैप सबसे पहली बार नवंबर 2023 के अंत में 4 ट्रिलियन डॉलर के पार निकला था। अब आंकड़ा 4 महीने में ही 5 ट्रिलियन डॉलर को पार करने के बेहद करीब पहुंच गया। बीएसई के बाद एनएसई ने भी दिसंबर 2023 की शुरुआत में 4 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार किया था।